Rare Sensorineural Hearing Loss: क्या है यह बीमारी जिसकी अलका याग्निक हुईं शिकार, जानें लक्षण कारण और उपचार
Rare Sensorineural Hearing Loss: आज एक बेहद चौकाने वाली खबर ने सबको हैरान और परेशान कर दिया। मशहूर पार्श्व गायिका अलका याग्निक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से खुद को एक अति गंभीर बीमारी Rare sensorineural hearing loss का शिकार होने की बात बताई। इंस्टाग्राम पर उनकी इस पोस्ट ने सबको हैरत में डाल दिया है कि कैसे उन्हें एक रेयर सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस (Rare Sensory Neural Nerve Sensory Loss) नामक बीमारी हो गई है। जब से ये खबर आई है लोग इस बीमारी को लेकर काफी सर्च कर रहे हैं। आइये हम भी आपको बताते हैं इस बीमारी के लक्षण, कारण और उपचार के बारे में विस्तार से।
रेयर सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस
लखनऊ में एक नर्सिंग होम में ENT डिपार्टमेंट के हेड ऑफ़ डिपार्टमेंट डॉ अमित शर्मा के मुताबिक़ रेयर सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस (Rare Sensorineural Hearing Loss) की स्थिति में आंतरिक कान या श्रवण तंत्रिका को काफी नुकसान होता है जिसके कारण मस्तिष्क तक ध्वनि संकेत संचरण में रुकावट आती है। डॉ शर्मा के मुताबिक़ बहरे होने के सामान्य कारणों के विपरीत, रेयर सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस जेनेटिक रीज़न, इन्फेक्शन, चोट या तेज शोर के संपर्क में आने से भी हो सकती है।
रेयर सेंसरी न्यूरल नर्व हियरिंग लॉस के सामान्य लक्षण
डॉ अमित शर्मा के मुताबिक़, रेयर सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस (Rare Sensorineural Hearing Loss) के लक्षण भी सामान्य ही होते हैं। इसमें व्यक्तियों को हल्की या ऊंची आवाज़ें सुनने, भाषण को स्पष्ट रूप से समझने और शोर भरे वातावरण में विभिन्न ध्वनियों के बीच अंतर करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। इस बीमारी में कुछ लोगों को कानों में भरापन या दबाव महसूस हो सकता है साथ ही उन्हें संतुलन या चक्कर आने की समस्या हो सकती है। बहरे होने के अधिक प्रचलित प्रकारों के विपरीत, रेयर सेंसरी न्यूरल नर्व हियरिंग लॉस जेनेटिक कारणों, इन्फेक्शन या सिर में चोट से भी जुड़े हो सकते हैं। इसके अलावा कई बार यही बीमारी बिना किसी लक्षण के भी सामने आ सकती है। इतना ही नहीं कुछ मामलों में इसके लक्षण धीरे-धीरे सामने आते हैं।
रेयर सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस के कारण
- ऑटोइम्यून डिजीज
- वायरल इन्फेक्शन
- कुछ दवाओं के साइड इफ़ेक्ट के कारण भी यह बीमारी हो सकती है
- सिर में चोट लगने से
- आंतरिक कान में द्रव के निर्माण से
- आंतरिक कान में ब्लड फ्लो को प्रभावित करने वाली संवहनी समस्याएं
- कुछ जेनेटिक समस्याएं भी इस खतरनाक बीमारी का कारण बन सकती हैं।
रेयर सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस का उपचार
डॉ अमित शर्मा ने रेयर सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस का उपचार के बारे में बताया कि यह बीमारी के कारण और उसकी गंभीरता पर निर्भर करता है। इस बीमारी में कई बार सुनने की शक्ति को बढ़ाने के लिए कोई हियरिंग ऐड या कोक्लियर प्रत्यारोपण भी शामिल हो सकते हैं। ऑटोइम्यून-संबंधी मामलों के लिए, इम्यूनोसप्रेसिव थेरेपी सूजन को कम करने और सुनने की क्षमता को बनाए रखने में सहायता कर सकती है। डॉ शर्मा के मुताबिक़ इस बीमारी में रेगुलर रूप से डॉक्टर के संपर्क में रहना बेहद जरुरी होता है।
रेयर सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस से बचाव
डॉ अमित शर्मा रेयर सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस जैसी बीमारी ना हो इस बात पर प्रकाश डालते हुए कुछ जरुरी कदम उठाने की सलाह दी है।
- शोरगुल वाले वातावरण में कान की सुरक्षा का उपयोग जरूर करें साथ ही तेज़ आवाज़ों के सीधे संपर्क में आने से बचने की कोशिश करें।
- जोखिम को कम करने के लिए ऑटोइम्यून विकारों या हाई ब्लड प्रेशर जैसी स्थितियों को मॉनिटर करते रहें।
- सुनने की क्षमता को नुकसान पहुंचाने वाली दवाओं को लेते समय सावधानी बरतें।
- इन्फेक्शन को रोकने के लिए खसरा, मैनिंजाइटिस और रूबेला जैसे वायरस के खिलाफ टीका लगवाएं
- यदि कोई जेनेटिक कारण हो तो उसका समय से पहले परीक्षण जरूर करवा लें।
- गुलर मेडिकल जांच करवाएं।
- एक अच्छी और हेल्थी लाइफस्टाइल अपनाएं।