Fake Certificate News: फर्जी सर्टिफिकेट से नौकरी कर रहे हैं 150 पुलिसकर्मी, हाईकोर्ट के आदेशों के चलते नहीं हो पा रही कार्रवाई
Fake Certificate News: ग्वालियर। ऐसा लगता है ग्वालियर चंबल संभाग फर्जी सर्टिफिकेट बनाने का एक बड़ा अड्डा बनता जा रहा है। पहले फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट बनवाकर कई टीचर नौकरी हासिल कर गए और अब फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर डेढ़ सौ से ज्यादा पुलिसकर्मी नौकरी कर रहे हैं। इन पर कार्यवाही इसलिए नहीं हो पा रही है क्योंकि कोर्ट ने स्टे दे दिया है।
सैकड़ों कर रहे हैं फर्जी दस्तावेजों से नौकरी
सरकारी महकमे में फर्जी सर्टिफिकेट (Fake Certificate News) के आधार पर नौकरी करने वालों की संख्या अब सैकड़ों में हो गई है। आपको याद होगा, कुछ महीना पहले फर्जी दिव्यांगता सर्टिफिकेट की शिकायत आई थी। जांच के बाद ये सर्टिफिकेट फर्जी पाए गए थे। इस मामले में कई शिक्षकों पर कार्रवाई भी हुई और पूरे मामले का खुलासा हो गया। अब एक और ताजा मामला मध्य प्रदेश पुलिस SAF से सामने आया है।
150 पुलिसकर्मियों को मिली फर्जी दस्तावेजों से नौकरी
अब तक मिली जानकारी के अनुसार यहां 150 से ज्यादा जवान फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे हैं। अभी ग्वालियर चंबल अंचल में 10 लोगों के खिलाफ फर्जी जाति प्रमाण पत्र का उपयोग करने के मामले में मार्च 2019 में एफआईआर दर्ज हुई। इसके खिलाफ इन सभी ने अप्रैल 2019 में हाईकोर्ट में याचिका दायर की। पहली सुनवाई में ही सभी को राहत मिल गई। हाई कोर्ट में सुनवाई के 5 साल बीतने के बाद भी जांच एजेंसी स्टे नहीं हटवा पा रही है। नतीजा ये कि फर्जी प्रमाण पत्र वाले सीना तानकर नौकरी कर रहे हैं।
हाईकोर्ट के स्टे के चलते रुका हुआ है एक्शन
इस मामले में 13 वी बटालियन SAF के कमांडेंट शैलेंद्र चौहान का कहना है कि मामला (Fake Certificate News) अभी हाईकोर्ट में लंबित है। कोर्ट से जो भी निर्देश मिलेंगे उनका पालन किया जाएगा। कोर्ट से मिलने वाले आदेशों के आधार पर ऐसे फर्जी पुलिसकर्मियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ग्वालियर कलेक्टर रुचिका सिंह चौहान ने मामले की गंभीरता को देखते हुए संबंधित मामले से जुड़े दस्तावेज तलब किए हैं। आईजी ग्वालियर अरविंद सक्सेना का कहना है कि संविधान में आरक्षण की जो व्यवस्था की गई है। उसी का फायदा उठाकर ऐसे लोग फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी कर रहे हैं।
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