Lalbagh Palace Indore: इंदौर के लालबाग पैलेस से जुड़ी खास बातें जो आप भी नहीं जानते होंगे
Lalbagh Palace Indore: इंदौर। इंदौर जिले की ऐतिहासिक धरोहर के रूप में विख्यात लालबाग पैलेस के मुख्य रास्ते को बदलने को लेकर राज्य सरकार को एक फाइल भेजी है जिस पर जल्द ही निर्णय आ सकता है। उल्लेखनीय है कि इंदौर के लालबाग पैलेस का गेट लंदन के बंकिंघम पैलेस की तरह दिखता है और इसे बनवाने के लिए भी वहीं के कारीगरों को इंदौर लाया गया था। यह दरवाजा करीब डेढ़ सौ साल पुराना है।
1844 में शुरू हुआ निर्माण कार्य और 1926 में हुआ पूर्ण
इंदौर के लालबाग पैलेस का निर्माण तुकोजीराव होलकर द्वितीय ने 1844 में करवाया था। इसके बाद उनके बेटे शिवाजी राव होल्कर ने 1846 से 1903 तक इसका निर्माण करवाया। इसके बाद तुकोजीराव होलकर तृतीय ने 1903 से 1926 तक इसके अलग-अलग हिस्सों को बनवाया। लालबाग पैलेस (Lalbagh Palace Indore) में 45 हॉल और कमरे थे और होलकर राजवंश यहां पर शीतकालीन छुट्टी मनाने के लिए आता था।
लंदन के बंकिंघम पैलेस की तरह बनाया गया है लालबाग पैलेस
इस शानदार पैलेस को लंदन के बंकिंघम पैलेस की तरह बनाया गया था। बड़े-बड़े खंभों के साथ ही बड़े-बड़े गेट इसमें निर्माण के दौरान लगाए गए थे। लालबाग पैलेस के मुख्य गेट को लंदन के बंकिंघम पैलेस की तरह डिजाइन किया गया था। इसमें उसी कच्ची धातु का प्रयोग किया गया है जो लंदन के बंकिंघम पैलेस में प्रयोग किया गया था। बता दे इंदौर के लालबाग पैलेस का गेट को बने तकरीबन 150 साल पूरे होने वाले हैं। इसको लेकर राज्य सरकार के साथ ही ऐतिहासिक इमारतें का कामकाज करने वाले विभाग का भी कहना है कि यहां पर अलग-अलग तरह के निर्माण कार्य होना है जिसमें सेल्फी प्वाइंट और गार्डन बनाना है। इसको लेकर 47 करोड रुपए की लागत से गार्डन तैयार किया जाएगा।
पैलेस का मेन गेट भी लंदन से बनकर आया था इंदौर
लालबाग पैलेस (Lalbagh Palace Indore) के मैन एंट्रेंस को भी बदलकर दूसरी ओर केसरबाग रोड की ओर किया जाएगा। इस संबंध में मध्य प्रदेश सरकार को एक प्रपोजल बनाकर भी भेजा गया है, फिलहाल इसकी मंजूरी मिलना बाकी है। लालबाग पैलेस के मुख्य गेट पर लगे दरवाजे में लगा लोहा कास्ट आयरन कच्चा लोहे से बनाया गया है। इस भारी भरकर गेट को जहाज के रास्ते मुंबई लाया गया था। उसके बाद इसे सड़क मार्ग के माध्यम से इंदौर लाया गया था।
गेट के क्रैक को सही करने के लिए आए थे अंग्रेज कारीगर
बताया जाता है कि जब इस गेट में किसी तरह की कोई क्रैक आ गई थी तो इंदौर सहित मध्य प्रदेश के कई कारीगरों से इसको ठीक करवाने के प्रयास किए गए परन्तु इतना बड़ा गेट सुधारने में मध्य प्रदेश के कई कारीगरों ने इनकार कर दिया उसके बाद इंग्लैंड के ही कारीगरों को इंदौर बुलाया गया और उनसे ही इस गेट की मरम्मत करवाई गई। बताया जाता है कि पैलेस (Lalbagh Palace Indore) तकरीबन 72 एकड़ में फैला हुआ है जिसमें एक बड़ा सा पैलेस भी बना हुआ है और अंदर आने-जाने के लिए कई खुफिया रास्ते बने हुए हैं।
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