बचपन में D और B में नहीं समझ पाते थे फर्क, आज बन बने डिप्टी कलेक्टर, MPPSC 2d टॉपर आदित्य नारायण तिवारी की सक्सेस स्टोरी है बेहद खास
MPPSC Toppers Success Story नर्मदापुरम: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने MPPSC Exam 2022 का परिणाम शनिवार (18 जनवरी को) को घोषित कर दिया है। इसमें नर्मदापुरम के आदित्य नारायण तिवारी ने प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है। आदित्य नारायण (Narmadapuram Aditya Narayan Tiwari) के अनुसार इस सफलता उनके पिता का सबसे बड़ा योगदान रहा है। 2021 एमपीपीएससी के परीक्षा परिणाम में जब आदित्य सहकारिता निरीक्षक के पद पर पदस्थ हुए तो उन्होंने घर में न तो मिठाई मंगवाई थी और न ही इसकी खुशी जाहिर की। उनका कहना था कि बेटे को डिप्टी कलेक्टर बनना है। बस यही कारण रहा कि आदित्य ने डेढ़ माह बाद 2022 के एमपीपीएससी के परीक्षा परिणामों में मध्य प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है।
नर्मदापुरम के आदित्य नारायण तिवारी ने MPPSC में हासिल किया दूसरा स्थान
MPPSC में दूसरा स्थान हासिल करने पर आदित्य नारायण तिवारी कहते हैं, "मेरी तैयारी काफी लंबी रही है। लगभग 4 से 5 साल का समय मुझे लगा। मेरे परिवार का काफी समर्थन रहा। सभी लोगों को बहुत धन्यवाद करना चाहूंगा। स्पेशली मेरे माता-पिता और साथ-साथ बचपन से जिनके यहां मैं रहकर पढ़ा हूं। मेरी छोटी बुआ और फूफा का अहम योगदान रहा।"
बचपन में D और B में नहीं समझ पाते थे फर्क
आदित्य नारायण तिवारी ने बताया, "जो लड़का पांचवी में आदित्य को अभित्य लिखता था। बचपन में D और B में फर्क नहीं समझ में आता था। वह अगर यह कर सकता है तो उसके परिवारजनों का आशीर्वाद और उनकी मेहनत कहीं न कहीं मेरे लिए है। इसके साथ ही बड़ी बुआ और फूफा का भी धन्यवाद कहना चाहता हूं। उनका सपोर्ट बिल्कुल अनकंडीशनल था। जैसे ही उन्होंने सुना कि मेरा इंटरव्यू कॉल है। उसी दिन उन्होंने बोल दिया था कि तू तो बन गया। लेकिन, बड़े दुख की बात है कि बड़े फूफा जी अब इस दुनिया में नहीं हैं। कुछ महीने पहले ही उनका देहांत हो गया।"
आदित्य नारायण तिवारी ने बताए सफलता के राज
आदित्य नारायण तिवारी इस सफलता से बेहद उत्साहित हैं। उनके घर पर बधाई देने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। आदित्य ने कहा, "हर बच्चा अपने परिवार का एक गुरुर रहता है और कोई न कोई टास्क आपको दिया जाता है। तो जैसे मेरे पिता ने भी मुझे एक टास्क दिया था। जब मैं अपना सब्जेक्ट चयन कर रहा था तो मैं डॉक्टर या इंजीनियरिंग के लिए सब्जेक्ट लेना चाह रहा था। उस समय वही चलता था, तो उन्होंने मुझसे बोला कि बेटा शासकीय सेवा में जाना है। मैं तो यही चाहता हूं, नहीं तो तुम घर का काम देखो। अगर नहीं तो अपने हिसाब से डिसाइड करो। उसी दिन मैंने अपना जो मोटिवेशन है ड्राइव किया और उनका ख्वाब और मेरा ख्वाब बनाया।"
टॉपर्स के सक्सेस मंत्र
आदित्य नारायण तिवारी ने बताया, "सफलता के लिए निरंतर 8-9 घंटे का अध्ययन (MPPSC Toppers Success Story) जरूरी है। अगर किसी दिन काम या किसी वजह से कम पढ़ाई कर रहे हैं तो अगले दिन उसकी भरपाई होनी चाहिए। तैयार करने के दौरान लक्ष्य के साथ-साथ अध्ययन में ईमानदारी बहुत जरूरी है। सबसे बड़ी बात एग्जाम में गलत लिखने से बेहतर है घर पर लिखें और जो गलती हो रही है इसे सुधारें। ऐसे करने से एग्जाम में गलती करने से बचेंगे और समय की भी बचत होगी।"
2021 में सहकारिता निरीक्षक के पद पर चयन
आदित्य नारायण तिवारी ने बताया कि 2021 में उनका सहकारिता निरीक्षक के पद पर चयन (MPPSC Toppers Success Story) हुआ था। उस समय आदित्य के पिताजी ने न तो मिठाई खाई थी और न ही बांटी थी। उन्होंने उस समय भी यही कहा था कि बेटा अच्छा है बधाई हो लेकिन वे खुश नहीं थे। पिता ने कहा था तुम्हारा टास्क दूसरा है। आदित्य ने कहा, "मेरा मानना है, इसको नेगेटिव में नहीं लेना चाहिए कि यह उनका गर्व है। उनका विश्वास था वह जानते थे कि यह मुकाम आएगा और आज वह मुकाम आया उनका ही आशीर्वाद है। पिताजी यही चाहते थे कि तुमने स्टार्ट किया है तो तुम्हें सबसे ऊपर जाना है। तुम्हें डिप्टी कलेक्टर ही बना है।
हरदा में कोऑपरेटिव इंस्पेक्टर के पद तैनात
बता दें कि, आदित्य नारायण तिवारी (ditya Narayan Tiwari 2nd Rank) वर्तमान में हरदा में कोऑपरेटिव इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं। आदित्य ने कहा कि अपने परिवार पर विश्वास करें और अपनी मेहनत को निरंतर बनाए रखें, ताकि आप अपने मुकाम में सफल हो पाएं। आदित्य ने फिफ्थ अटेम्प्ट में यह सफलता हासिल की है। 2018 और 2020 का प्रीलिम्स क्वालीफाई नहीं कर पाया था। उन्होंने 2019, 2021 और 2022 क्वालीफाई किया था। 2021 में सहकारिता निरीक्षक के पद पर चयन हुआ।
(नर्मदापुरम से इंद्रपाल सिंह की रिपोर्ट)
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