MP Farmer News: 5 फरवरी को भोपाल में किसान निकालेंगे अन्नदाता अधिकार रैली, सरकार को दिखाएंगे अपनी ताकत
MP Farmer News: भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल एक बार फिर 5 फ़रवरी को किसान आंदोलन का अखाड़ा बनने जा रही है। प्रदेश के किसान राजस्व, खाद, बिजली, पानी, मंडी, एमएसपी, सिंचाई, पशुपालन आदि की समस्याओं से परेशान हैं। संघ के अनुषांगिक संगठन भारतीय किसान संघ ने मध्य प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध का बिगुल फूंक दिया है। शुक्रवार को भारतीय किसान संघ के मध्य भारत प्रांत अध्यक्ष सर्वज्ञ दीवान ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
5 फरवरी को निकलेगी अन्नदाता अधिकार रैली
दीवान ने कहा कि प्रदेश का किसान राजस्व विभाग के अधिकारियों के द्वारा फौती नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, बटांकन, नक्शा सुधार जैसे कार्यों में की जा रही लूट से परेशान हो चुका है। निरंकुश अफसरशाही के खिलाफ प्रदेश का किसान खेतों से निकलकर राजधानी की सड़कों पर 5 फ़रवरी को अपने अधिकार के लिए अन्नदाता अधिकार रैली (Anndata Adhikar Rally) निकालेंगे एवं वल्लभ भवन घेराव कार्यक्रम में शामिल होगा।
ज्ञापन देने के बावजूद नहीं चेती सरकार
भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि किसान संघ ने किसानों की समस्याओं (MP Farmer News) को लेकर तहसील व जिला स्तर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपे। लेकिन किसानों की किसी भी समस्या पर प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया है। इसलिए किसान अपनी समस्याओं को सुनाने व निदान के लिए सरकार के दरवाजे पर आने के लिए मजबूर हैं।
बढ़े हुए बिजली बिलों से किसान त्रस्त, गांव गांव में किसान कर रहे बैठक
किसानों का कहना है कि बिजली विभाग के द्वारा कृषि विद्युत कनेक्शन में हॉर्स पावर भार वृद्धि करने के कारण किसानों को बढ़े हुए बिजली के बिल भेजे जा रहे हैं। जिससे किसान नाराज है। किसान बिजली कंपनियों के द्वारा बिना जांच के भार वृद्धि करने के कारण आंदोलन के मूड में हैं और उसने सरकार के खिलाफ खुला मोर्चा खोल दिया है। अन्नदाता अधिकार रैली व वल्लभ भवन घेराव में किसानों (MP Farmer News) को शामिल करने के लिए किसान संघ के ग्राम समिति से लेकर प्रांत स्तर तक के पदाधिकारी गांव गांव बैठकें कर रहे हैं और किसानों की विभिन्न समस्याओं की चर्चा कर भोपाल आने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। किसानों की प्रमुख मांगे इस प्रकार हैं
- फौती नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, बटांकन, ऑनलाइन रिकॉर्ड व नक्शा सुधारा जाए।
- हॉर्स पावर क्षमता वृद्धि वापिस ली जाये, जले ट्रांसफार्मर व लाइनें समय सीमा में बदली जाए।
- डीएपी, यूरिया खाद सहकारिता के माध्यम से नगद वितरण समय पर किया जाए।
- सभी मंडियों में फ्लेट कांटो से तुलाई अनिवार्य की जाए। मंडी परिसर में ही भुगतान हो।
- नकली दूध बनाने वालो पर सख्त कार्रवाई हो, गौ अभयारण्य खोले जाएं।
- प्रस्तावित व स्वीकृत नहरों के कार्य शीघ्र पूर्ण किए जाएं।
- सभी फसलों को एमएसपी से नीचे नहीं खरीदा जाए।
- किसानों के झूठे प्रकरण वापिस हों।
- पूसा बासमती धान को जीआई टैग दिलाया जाए।
- धान 3100 रुपए व गेहूं 2700 रुपए प्रति क्विंटल खरीदा जाए।
(भोपाल से सरस्वती चंद्र की रिपोर्ट)
यह भी पढ़ें:
Ujjain Farmer News: एक रुपया कर्जा नहीं लिया फिर भी दे दिया दो लाख का नोटिस
Best Farmer Award: जैविक खेती से बदली किस्मत, कृषक मोहन सिंह सिलावट को मिलेगा 50 हजार का पुरस्कार
Banana Farming Burhanpur: केले की फसल ने बदली महिलाओं की जिंदगी, रेशे से बना रहीं बेहतरीन प्रोडक्ट