Simhasth Mahakumbh Ujjain: सिंहस्थ महाकुंभ के लिए एमपी सरकार सचेत, भीड़ प्रबंधन के लिए अभी से तैयारियां और समीक्षा बैठकें शुरू
Simhasth Mahakumbh Ujjain: उज्जैन। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ में हादसे के बाद मध्य प्रदेश सरकार सचेत हो गई है। मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में वर्ष 2028 में सिंहस्थ होना है। ऐसे में सरकार और प्रशासन दोनों ने ही अपनी तैयारी करना शुरू कर दी। उज्जैन में तेजी से निर्माण कार्य हो रहे हैं। उज्जैन में पेयजल, बिजली सहित तमाम बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए करोड़ों रूपए की योजना बनाई गई।
प्रशासन कर रहा खास तैयारी
किसी तरह की कोई अव्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था में चूक, अन्य बुनियादी सुविधाओं में अड़चन ना आए, भीड़ प्रबंधन को लेकर किसी तरह की गलती ना हो, इसके लिए सरकार और प्रशासन तैयारी कर रहे हैं। मुख्य अपर सचिव डॉ. राजेश राजोरा फरवरी माह की शुरुआत में लगातार 2 दिन उज्जैन के दौरे पर रहेंगे। उज्जैन में रहकर सिहंस्थ के लिए चल रही तैयारी को जानेंगे और भीड़ प्रबंधन पर फोकस करेंगे। बड़े प्रोजेक्ट किस तरह तेजी से आगे बढ़ाई जाएं इसको लेकर भी सवाल जवाब हो सकते हैं। मुख्य अपर सचिव डॉ. राजेश राजोरा 2 और 3 फरवरी को उज्जैन में सिहंस्थ निर्माण कार्य और बड़े प्रोजेक्ट की समीक्षा करेंगे। यह पहला मौका होगा जब एसीएस विभागवार समीक्षा करेंगे। इसलिए मैराथन बैठक की तैयारी की गई है।
भीड़ प्रबंधन पर फोकस करेंगे
प्रशासन तैयारी में जुट गया है। उज्जैन के पवित्र रामघाट पर सिहंस्थ का मुख्य स्नान होगा और रामा दल के साधु संत इसी घाट पर अमृत स्नान करेंगे। दत्त अखाड़ा पर शैवा संप्रदाय के साधु संत स्नान करेंगे। सिंहस्थ में इन स्थानों पर भीड़ का दबाव अधिक रहेगी। इसलिए प्रशासन इन स्थानों पर भीड़ प्रबंधन के लिए तैयारी में जुट गया। सिंहस्थ 2028 में 14 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान शासन-प्रशासन ने लगाया है।
(उज्जैन से संजय पाटीदार की रिपोर्ट)
यह भी पढ़ें: