Vidisha Crime News: 100 टोल नाके, 630 CCTV कैमरों की फुटेज, 10,000 से अधिक मोबाइल फोन के डाटा फिर राजस्थान से हाईटेक वाहन चोर गिरफ्तार

Vidisha Crime News: विदिशा। जिला पुलिस ने 22 जनवरी को शहर के अलग-अलग स्थानों से चोरी हुई स्कॉर्पियो गाड़ियों के चोरों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने राजस्थान के सांचौर से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया और चोरी गए वाहनों...
vidisha crime news  100 टोल नाके  630 cctv कैमरों की फुटेज  10 000 से अधिक मोबाइल फोन के डाटा फिर राजस्थान से हाईटेक वाहन चोर गिरफ्तार

Vidisha Crime News: विदिशा। जिला पुलिस ने 22 जनवरी को शहर के अलग-अलग स्थानों से चोरी हुई स्कॉर्पियो गाड़ियों के चोरों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने राजस्थान के सांचौर से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया और चोरी गए वाहनों को जप्त कर लिया।

चोर गिरोह को पकड़ा

एसपी रोहित काशवानी ने बताया कि इस गिरोह को पकड़ने के लिए 100 टोल नाकों के 630 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। पुलिस ने तीन टीमों का गठन किया। एक टीम राजस्थान, दूसरी महाराष्ट्र भेजी गई, जबकि तीसरी टीम टेक्निकल तौर पर साक्ष्य जुटाने में लगी रही। जांच के दौरान 10,000 से ज्यादा मोबाइल फोन के डाटा भी सर्च किए गए। विदिशा पुलिस कप्तान रोहित काशवानी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रशांत चौबे और नगर पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया कि 22 और 23 जनवरी की रात कोतवाली थाना क्षेत्र के दो अलग-अलग स्थानों से दो स्कॉर्पियो वाहन चोरी हुए थे।

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करीब दस टीमें कर रही थीं काम

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इन वाहनों को ट्रैक करना शुरू किया और एक महीने की मशक्कत के बाद राजस्थान के ग्राम सांचौर से दो आरोपियों रूपाराम उर्फ पप्पू पुत्र मानाराम विश्नोई और रमेश कुमार पुत्र प्रभुराम विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से चोरी की (Vidisha Crime News) गई दोनों स्कॉर्पियो वाहन बरामद की गईं। एसपी ने बताया कि यह एक अंतरराज्यीय गिरोह है, जिसमें 8 से 10 लोगों की टीम काम कर रही थी। पांच लोग विदिशा में चोरी करने आए थे और तेज रफ्तार वाहन क्रेटा का इस्तेमाल कर रहे थे।

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इस देते थे अंजाम

यह गिरोह सुनसान इलाकों में खड़े तेज रफ्तार वाहनों को निशाना बनाता था और आधुनिक तकनीक से मिनटों में चोरी को अंजाम देता था। विदिशा के अलावा, इस गिरोह का नेटवर्क राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु तक फैला हुआ था। पुलिस कप्तान ने बताया कि चोरी के बाद चोर गाड़ियों की नंबर प्लेट, इंजन नंबर और चेचिस नंबर भी मिटा देते थे। इन गाड़ियों का इस्तेमाल बाद में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी में किया जाता था।

पकड़े गए आरोपियों और उनके साथियों पर देश के विभिन्न राज्यों में दर्जनों मामले दर्ज हैं। इससे पहले सीहोर में हुई वाहन चोरी की घटना में भी इसी गिरोह का हाथ था। पुलिस कप्तान ने अपनी टीम की सराहना करते हुए इनाम की घोषणा की। उन्होंने बताया कि इस अपराध को सुलझाने के लिए पुलिस ने 100 टोल नाकों के 630 सीसीटीवी फुटेज देखे, 250 से ज्यादा होटल, रेस्टोरेंट और ढाबों पर जांच-पड़ताल की।

(विदिशा से राहुल चिढ़ार की रिपोर्ट)

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