MP Teacher News: रिटायर्ड बुजुर्ग शिक्षक की पीड़ा, कलेक्टर से सीएम तक किया आवेदन, फिर भी नहीं मिली मदद
MP Teacher News: ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में माध्यमिक शिक्षक पद से रिटायर हुए ट्रिपल MA और LLB किए हुए बुजुर्ग शिक्षक रिटायरमेंट के बाद शासन से मिलने वाली सुविधाओं से वंचित हैं। ऐसे में अपने हक को पाने के लिए ये शिक्षक 100 से अधिक आवेदनों का बैग अपने सर पर लेकर अपने विभाग, डीएम से लेकर सीएम हेल्पलाइन और प्रशासन के दरवाजे पर उम्मीद लेकर पहुंच रहे हैं लेकिन अभी तक उन्हें अपना हक नहीं मिला है।
सरकारी स्कूल से रिटायर होने के बाद से परेशान हैं बुजुर्ग शिक्षक
जिला ग्वालियर की डबरा तहसील के ग्राम गतारी के रहने वाले बुजुर्ग ट्रिपल MA और LLB किए हुए पूरन सिंह जाट शासकीय माध्यमिक शिक्षक पद से रिटायर हो चुके हैं। उन्होंने साल 1998 में शिक्षा कर्मी के पद पर स्कूल शिक्षा विभाग में ज्वाइन किया था और 21 जुलाई 2024 के दिन शासकीय माध्यमिक विद्यालय, गड़ी पिछोर, जिला ग्वालियर में अपनी अंतिम सेवाएं दी और रिटायर हो गए। रिटायरमेंट के बाद उन्हें शासन से मिलने वाली सुविधाओं से वंचित कर दिया गया।
#Gwalior : ट्रिपल MA, LLB किए हुए रिटायर्ड शिक्षक जब पहुंचे कलेक्टर ऑफिस, सभी रह गए हैरान
ग्वालियर में रिटायर्ड शिक्षक ने कलेक्टर से अपनी बकाया राशि दिलाने की मांग की है। रिटायर्ड शिक्षक ने कहा है कि 119 आवेदन दिए, पर कोई सुनवाई नहीं हुई। ट्रिपल एमए, LLB किए हुए पूरन सिंह जाट ने… pic.twitter.com/51r5pGMNt5— MP First (@MPfirstofficial) March 19, 2025
सरकार को सौंपे अब तक 119 आवेदन, फिर भी नहीं हुई कार्रवाई
रिटायर्ड बुजुर्ग शिक्षक का दर्द है कि उनकी भर्ती शिक्षाकर्मी के रूप में हुई थी। ऐसे में रिटायरमेंट के बाद अब उन्हें NPS के 20 लाख रुपए, ग्रेच्युटी के 15 हजार द्वितीय क्रमोन्नति एरियर के लगभग एक लाख और जनवरी 2024 से जुलाई 2024 तक 7 फीसदी एरियर की लगभग 25 हजार की राशि मिलनी थी लेकिन वह उन्हें आज तक नहीं मिली है। उन्होंने अपना हक पाने के लिए संकुल ऑफिस (MP Teacher News) से लेकर जिला कलेक्टर की जनसुनवाई और CM हेल्पलाइन तक में अब तक 119 आवेदन कर दिए हैं इसके बावजूद बुजुर्ग रिटायर्ड शिक्षक की कोई सुनवाई नहीं हुई है।
सीनियर अधिकारियों से समझौते का डाला दबाव
रिटायर्ड शिक्षक ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कहा गया है कि उनकी भर्ती शिक्षा कर्मी के रूप में साल 1998 में हुई थी इसलिए वह मुझे नाजायज औलाद बताते हैं जबकि शिक्षक और सहायक शिक्षक को विभाग की जायज औलाद बताते हैं। ऐसे में सौतेला व्यवहार करते हुए विभाग के अधिकारी कहते हैं कि सीनियर अधिकारियों के साथ समझौता कर लो, राशि जारी कर दी जाएगी।
जिला पंचायत के सीईओ ने जिला शिक्षा अधिकारी से मांगी जानकारी
अपने 119वें आवेदन के जरिए रिटायर्ड शिक्षक पूरन सिंह ने ग्वालियर कलेक्टर रुचिका सिंह चौहान से गुहार लगाई है कि उनके हक के भुगतान को जल्द रिलीज किया जाए। बुजुर्ग की पीड़ा और उनके आवेदन पर जिला पंचायत के CEO विवेक कुमार ने संज्ञान लेते हुए जिला शिक्षा अधिकारी (MP Teacher News) से इस संबंध में जानकारी तलब की है। आईएएस विवेक कुमार का कहना है कि पूरन सिंह के वेतनमान से संबंधित कुछ विधिक प्रॉब्लम से जुड़ी जानकारी सामने आई है जिसे जल्द ठीक करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं। जल्द ही बुजुर्ग शिक्षक की शेष बची हुई राशि उन्हें जारी कर दी जाएगी।
(ग्वालियर से सुयश शर्मा की रिपोर्ट)
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