Digital Arrest Scams: ग्वालियर में कारोबारी दंपति को किया डिजिटल अरेस्ट, 16 घंटे तक हुए टॉर्चर

लगातार दो डॉक्टरों को डिजिटल अरेस्ट करने के बाद एक और घटना सामने आई है जिसमें एक कारोबारी को लगातार 16 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट कर कैद कर रखने का मामला सामने आया है।
digital arrest scams  ग्वालियर में कारोबारी दंपति को किया डिजिटल अरेस्ट  16 घंटे तक हुए टॉर्चर

Digital Arrest Scams: ग्वालियर। ग्वालियर अंचल में डिजिटल अरेस्ट की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। लगातार दो डॉक्टरों को डिजिटल अरेस्ट करने के बाद एक और घटना सामने आई है जिसमें एक कारोबारी को लगातार 16 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट कर कैद कर रखने का मामला सामने आया है। ठग ने उन्हें सीबीआई अधिकारी बनकर कॉल किया और बताया कि आपकी पत्नी का मोबाइल मनी लॉन्ड्रिंग और साइबर फ्रॉड में उपयोग किया गया है। इसके तुरंत बाद व्हाट्सएप पर ही गिरफ्तारी वारंट और नोटिस भेज दिया गया।

करीबी पुलिस अधिकारी की सूचना पर पुलिस ने उन्हें मुक्त कराया

कारोबारी दंपति इतना घबरा गए कि उन्होंने अपने नाबालिग बेटे को अपने करीबी रिश्तेदार के घर रहने के लिए भेज दिया और बताया कि हम किसी अर्जेंट काम से भोपाल जा रहे हैं। ठग द्वारा दंपति को सुबह से रात भर तक इतना टॉर्चर किया गया कि वह सुबह कैश देने के लिए तैयार हो गए। इस बीच उनके कई रिश्तेदारों के द्वारा इनको कॉल किया गया पर इन्होंने कॉल नहीं उठाया। इस बीच इंदौर में पदस्थ एसीपी असिस्टेंट कमिश्नर आफ पुलिस मनजीत सिंह ने ग्वालियर कंट्रोल रूम को कॉल किया और कारोबारी के घर देखने के लिए कहा। तब रात्रि गश्त पर तैनात पुलिस टीम कारोबारी के घर पर पहुंची और दंपति को मुक्त कराया।

दिन भर में इतना टार्चर किया कि कैश देने के लिए तैयार हो गए

यह पूरा मामला थाना झांसी रोड स्थित हरिशंकरपुरम निवासी जसपाल आहूजा के घर का है। उनका ऑटो पार्ट्स का कारोबार है, वे पत्नी व एक बच्चे के साथ रहते हैं, बड़ा बेटा विदेश में है। कल सुबह कारोबारी की पत्नी के मोबाइल पर ही कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को सीबीआई ऑफिसर बताया। साथ ही कहा कि उनके मोबाइल नंबर का साइबर फ्रॉड (Digital Arrest Scams) सहित कई अन्य गलत कामों में इस्तेमाल किया गया है। उनके व्हाट्सएप पर सीबीआई का एक नोटिस भेजा गया। कुछ देर बाद (टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया) के नाम से नोटिस भेजा गया। उन्हें बताया कि उनके मोबाइल नंबर का उपयोग साइबर फ्रॉड के साथ अन्य अनैतिक गतिविधियों में उपयोग किया गया है।

ठगों ने कहा, आपके पूरे परिवार को हवालात में डालने के आदेश हैं

कारोबारी दंपति को ठग ने यह भी कहा कि यदि आप गलत नहीं है तो कुछ नहीं होगा लेकिन अभी तो आपके पूरे परिवार को गिरफ्तार कर जेल में डालने के आदेश हैं। साथ ही ठग द्वारा पूरे परिवार के सदस्यों की जानकारी ली गई और दंपति को एक कमरे में बैठने के लिए कहा गया। उनको यह भी कहा गया कि आपको ना तो किसी का कॉल रिसीव करना है और ना ही किसी को घर के अंदर आने देना है क्योंकि आप सीबीआई कस्टडी में हैं। ठग के द्वारा उनको एक कमरे में बैठाकर बताया गया कि वे अब डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest Scams) में है और यही उनकी हवालात है। साथ ही ठगों के द्वारा दम्पति को धमकी दी गई कि यदि अगर आपका व्हाट्सएप्प कॉल बंद हुआ तो आपके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

ऐसे मिली डिजिटल अरेस्ट से मुक्ति

इसी बीच इनके परिवार के करीबी एसीपी ने उनके घर पर कॉल किया। लगातार कॉल करने के बाद जब कॉल रिसीव नहीं हुआ तो संबंधित झांसी रोड़ थाने को इसकी सूचना दी गई और उनको यह बताया गया कि लगातार कॉल करने के बावजूद भी यह कॉल नहीं उठा रहे हैं। तुरंत ही एक पुलिस टीम घर के लिए रवाना की गई और उनको ठगों के जाल (Digital Arrest Scams) से मुक्त कराया गया। अब पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।

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