Mahakal Shringar: सूर्य तिलक लगाकर किया बाबा महाकालेश्वर का मनमोहक श्रृंगार, आप भी करें दर्शन
Mahakal Shringar: उज्जैन। हिंदुओं के पवित्र उत्सव शिव नवरात्रि पर बड़ी दूर-दराज से श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं लेकर महाकाल मंदिर में बाबा महाकाल की शरण में पहुंच रहे हैं और आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं। सोमवार 17 फरवरी से शुरू हुए इस शिव नवरात्रि के पवित्र पर्व का आज सातवां दिन है। भगवान श्री महाकालेश्वर इन नौ दिनों के पवित्र उत्सव में भगवान अपने भक्तों को अलग-अलग स्वरूपों में दर्शन दे रहे हैं। आज भी बाबा का अद्भुत श्रृंगार किया गया।
बाबा महाकाल की भस्म आरती कर भोग लगाया
भगवान महाकाल 12 ज्योतिर्लिंगों में तीसरे स्थान पर विराजमान हैं। बाबा महाकाल के दरबार में रोजाना हर आरती में अलग-अलग रूपों में श्रृंगार किया जाता है। सुबह 4 बजे मंदिर में होने वाली श्री महाकाल भगवान की भस्म आरती प्रसिद्ध है। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि (रविवार) को सुबह 4 बजे मंदिर के कपाट खोले गए। भगवान महाकाल का सबसे पहले जल से अभिषेक (Mahakal Shringar) किया गया। इसके बाद दूध, दही, घी, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन किया। भगवान महाकाल को कपूर आरती कर भोग लगाया गया।
सूर्य तिलक लगाकर हुआ महाकाल का श्रृंगार
मंत्रोच्चार के साथ भगवान आभूषण से भगवान महाकाल का दिव्य श्रृंगार किया गया। आज रविवार को सूर्य तिलक लगाकर भगवान महाकाल का अद्भुत श्रृंगार किया गया। श्री महाकाल बाबा को भस्म चढ़ाई गई। भगवान महाकाल ने शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल, रुद्राक्ष की माला के साथ सुगंधित पुष्प से बनी फूलों की माला धारण की। बाबा को फल और मिष्ठान का भोग लगाया गया।
मनमहेश स्वरूप में देंगे दर्शन
सुबह ब्रह्मुमुहूर्त की भस्म आरती में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पुण्य लाभ कमाया। लोगों ने नंदी महाराज का दर्शन कर उनके कान के समीप जाकर अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने का आशीर्वाद मांगा। इस दौरान श्रद्धालु बाबा महाकाल के जयकारे भी लगा रहे थे। पूरा मंदिर बाबा के जयकारों से गुंजायमान हो रहा था। रविवार शिव नवरात्रि के सप्तम दिवस पर भगवान श्री महाकाल भक्तो को श्री मनमहेश स्वरूप (Mahakal Shringar) में दर्शन देंगे।
(उज्जैन से संजय पाटीदार की रिपोर्ट)
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