Chaitra Navratri 2025: 8 या 9 कितने दिनों की है चैत्र नवरात्रि? जानें कब है राम नवमी

यह त्योहार घटस्थापना से शुरू होता है और भगवान राम के जन्म का जश्न मनाते हुए राम नवमी के साथ समाप्त होता है।
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Chaitra Navratri 2025: चैत्र नवरात्रि, चैत्र महीने (मार्च-अप्रैल) में मनाया जाने वाला नौ दिवसीय हिंदू त्योहार है। यह भारत के कई क्षेत्रों में हिंदू नववर्ष की शुरुआत का प्रतीक भी है। वैसे तो नवरात्रि (Chaitra Navratri 2025) का त्योहार साल में चार बार मनाया जाता है, लेकिन शारदीय और चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व माना जाता है। बाकी दो गुप्त नवरात्रि हैं। जो नवरात्रि चैत्र माह में आती है उसे चैत्र नवरात्रि कहा जाता है।

चैत्र नवरात्रि के नौ दिनों में लोग देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करते हैं, उपवास रखते हैं और समृद्धि, स्वास्थ्य और आध्यात्मिक विकास के लिए अनुष्ठान करते हैं। यह त्योहार (Chaitra Navratri 2025) घटस्थापना से शुरू होता है और भगवान राम के जन्म का जश्न मनाते हुए राम नवमी के साथ समाप्त होता है।

Chaitra Navratri 2025: 8 या 9 कितने दिनों की है चैत्र नवरात्रि? जानें कब है राम नवमी

चैत्र नवरात्रि कब से शुरू होगी?

वैदिक पंचांग के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 29 मार्च को शाम 4:27 बजे से शुरू होकर 30 मार्च को दोपहर 12:49 बजे समाप्त होगी। उदयातिथि के अनुसार चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri Dates) 30 मार्च से शुरू होगी। इसका समापन 6 अप्रैल को होगा।

चैत्र नवरात्रि 8 दिन की या 9 दिन की?

इस साल चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू होकर 6 अप्रैल को समाप्त (Chaitra Navratri 8 or 9 days) होगी। इस साल चैत्र नवरात्रि 9 दिन की जगह 8 दिन की होगी। पंचांग के अनुसार द्वितीया और तृतीया तिथि एक ही दिन है और इस कारण नवरात्रि 8 दिन की होगी।

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चैत्र नवरात्रि 2025 घटस्थापना मुहूर्त

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना (Chaitra Navratri 2025 Ghatasthapana) की जाती है और इसके बाद ही पूजा शुरू होती है। पंचांग के अनुसार, 30 मार्च को चैत्र नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6:12 बजे से 10:20 बजे तक है। इसके अलावा अभिजीत मुहूर्त में भी घटस्थापना की जा सकती है, जो सुबह 11:59 बजे से दोपहर 12:49 बजे तक रहेगा।

चैत्र नवरात्रि के नौ दिन

30 मार्च, 2025 - प्रतिपदा (घटस्थापना और शैलपुत्री पूजा)
31 मार्च 2025 - द्वितीया (ब्रह्मचारिणी पूजा) तृतीया (चंद्रघंटा पूजा)
1 अप्रैल, 2025 - चतुर्थी (कुष्मांडा पूजा)
2 अप्रैल, 2025 - पंचमी (स्कंदमाता पूजा)
3 अप्रैल 2025 - षष्ठी (कात्यायनी पूजा)
4 अप्रैल, 2025 - सप्तमी (कालरात्रि पूजा)
5 अप्रैल, 2025 - अष्टमी (महागौरी पूजा और कन्या पूजन)
6 अप्रैल, 2025 - नवमी (सिद्धिदात्री पूजा और राम नवमी)

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