Hindu New Year 2025: मार्च में इस दिन से होगी हिन्दू नववर्ष की शुरुआत, जानें सही तिथि

पंचांग के अनुसार, हिंदू नववर्ष 30 मार्च से शुरू हो रहा है, जो चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की शुरुआत है। इस दौरान सूर्य और चंद्रमा दोनों ही मीन राशि में होंगे।
hindu new year 2025  मार्च में इस दिन से होगी हिन्दू नववर्ष की शुरुआत  जानें सही तिथि

Hindu New Year 2025: हिंदू नववर्ष 2025 विक्रम संवत कैलेंडर की शुरुआत का प्रतीक है। यह चंद्र-सौर कैलेंडर प्राचीन काल से हिंदू संस्कृति और परंपरा का एक अभिन्न अंग रहा है। विक्रम संवत (Hindu New Year 2025) कैलेंडर ग्रेगोरियन कैलेंडर से लगभग 57 साल आगे है। हिन्दू नव वर्ष चैत्र के महीने से शुरू होता है। चैत्र का पहला दिन - चैत्र शुक्ल प्रतिपदा हिंदू नववर्ष की आधिकारिक शुरुआत है।

कब से शुरू हो रहा है हिन्द नववर्ष?

पंचांग के अनुसार, हिंदू नववर्ष (Hindu New Year 2025) 30 मार्च से शुरू हो रहा है, जो चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की शुरुआत है। इस दौरान सूर्य और चंद्रमा दोनों ही मीन राशि में होंगे। 2025 में, सूर्य हिंदू नववर्ष का राजा है और मंत्री के रूप में भी कार्य करेगा। परंपरा के अनुसार, हिंदू नववर्ष के पहले दिन पर शासन करने वाले ग्रह को राजा माना जाता है। इस वर्ष हिंदू नववर्ष विक्रम संवत 2082 होगा।

प्रतिपदा तिथि प्रारंभ: 10:05 बजे, 29 मार्च 2025
प्रतिपदा तिथि समाप्त: 08:30 बजे, 30 मार्च 2025

Hindu New Year 2025: मार्च में इस दिन से होगी हिन्दू नववर्ष की शुरुआत, जानें सही तिथि विक्रम संवत या हिंदू नववर्ष का महत्व

हिंदू नववर्ष (Hindu New Year Significance) एक अत्यंत शुभ दिन है, जो एक नए संवत्सर की शुरुआत का प्रतीक है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के विपरीत, हिंदू परंपराएँ चंद्र और सौर कैलेंडर का पालन करती हैं, जिसके परिणामस्वरूप पूरे भारत में कई नए साल मनाए जाते हैं। प्रत्येक क्षेत्र की अपनी अनूठी परंपराएँ, नाम और रीति-रिवाज़ हैं, जो उत्सवों को विविधतापूर्ण और जीवंत बनाते हैं।

हिंदू नववर्ष आध्यात्मिक चिंतन, ईश्वरीय आशीर्वाद प्राप्त करने और नए लक्ष्यों के साथ नए सिरे से शुरुआत करने का समय है। यह चैत्र नवरात्रि की शुरुआत का प्रतीक है, जो देवी दुर्गा को समर्पित नौ दिवसीय पवित्र त्योहार है। यह अवसर विशेष रूप से ग्रामीण भारत में नए कृषि चक्रों की शुरुआत का भी समय है।

भारत के विभिन्न क्षेत्र अलग-अलग नामों और रीति-रिवाजों के साथ हिंदू नववर्ष मनाते हैं। उदाहरण के लिए, महाराष्ट्र और गोवा गुड़ी पड़वा मनाते हैं, जबकि कर्नाटक और आंध्र प्रदेश उगादी मनाते हैं। इसी तरह, तमिलनाडु पुथंडू और पंजाब बैसाखी मनाते हैं। प्रत्येक उत्सव की अपनी अनूठी परंपराएँ, अनुष्ठान और सांस्कृतिक तत्व होते हैं, जो उन्हें विशेष और महत्वपूर्ण बनाते हैं।

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