मध्य प्रदेशराजनीतिनेशनलअपराधकाम की बातहमारी जिंदगीधरम करममनोरंजनखेल-कूदवीडियोधंधे की बातपढ़ाई-रोजगारदुनिया

Holashtak 2025: इस दिन से शुरू जाएगा होलाष्टक, आठ दिन भूलकर भी न करें ये सारे काम

होलाष्टक होली से पहले की आठ दिनों की अवधि है जिसे हिंदू परंपराओं में अशुभ माना जाता है। इसमें कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए।
11:00 AM Mar 05, 2025 IST | Preeti Mishra

Holashtak 2025: होलाष्टक होली से पहले की आठ दिनों की अवधि है जिसे हिंदू परंपराओं में अशुभ माना जाता है। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश या नया उद्यम शुरू नहीं करना चाहिए। ज्योतिष के अनुसार, इस दौरान ग्रहों की चाल नकारात्मक (Holashtak 2025) ऊर्जा पैदा करती है, जिससे यह अवधि शुभ कार्यों के लिए अनुपयुक्त हो जाती है।

इस वर्ष होलाष्टक 7 मार्च, शुक्रवार को शुरू होगा और होलिका दहन के दिन 13 मार्च को समाप्त होगा। होलाष्टक फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी से शुरू होती है और पूर्णिमा तिथि को समापन होता है। आइए जानें होलाष्टक (Holashtak 2025) के दौरान क्या न करें और इसका महत्व क्या है?

होलाष्टक क्या है?

होलाष्टक शब्द 'होली' और 'अष्टक' से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है होली (Holashtak 2025 Date) से पहले के आठ दिन। ऐसा माना जाता है कि इन आठ दिनों के दौरान, राहु, केतु और शनि जैसे अशुभ ग्रह मानव जीवन को प्रभावित करते हैं, जिससे नकारात्मकता और दुर्भाग्य बढ़ता है। होलाष्टक उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब और हिमाचल प्रदेश सहित उत्तर भारतीय राज्यों में व्यापक रूप (Holashtak mein naa kare ye kaam) से मनाया जाता है।

होलाष्टक के दौरान इन कार्यों से बचें

विवाह और सगाई समारोह से बचें- होलाष्टक के दौरान विवाह और सगाई नहीं करनी चाहिए, क्योंकि माना जाता है कि इससे रिश्तों में कलह और संघर्ष आता है। इस दौरान अशुभ ग्रहों के ज्योतिषीय प्रभाव से वैवाहिक जीवन में गलतफहमियां, झगड़े और देरी हो सकती है।

गृहप्रवेश या संपत्ति का सौदा न करें- होलाष्टक के दौरान नया घर खरीदना अशुभ माना जाता है। घर का निर्माण या संपत्ति संबंधी समझौतों को होली के बाद तक के लिए टाल देना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान नए उद्यम शुरू करने से वित्तीय कठिनाइयां और अस्थिरता आ सकती है।

नए व्यावसायिक उपक्रमों से बचें- होलाष्टक के दौरान नई नौकरी, व्यवसाय या निवेश शुरू करना वर्जित है। इस अवधि के दौरान लिए गए किसी भी वित्तीय निर्णय के परिणामस्वरूप हानि या विफलता हो सकती है। लोगों को नया काम शुरू करने से पहले होलिका दहन तक इंतजार करने की सलाह दी जाती है।

बच्चों का मुंडन न कराएं- होलाष्टक के दौरान मुंडन संस्कार नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान मुंडन कराने से बच्चे को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। माता-पिता को होली के बाद शुभ मुहूर्त का इंतजार करना चाहिए।

नामकरण संस्कार से बचें- होलाष्टक के दौरान नवजात शिशु का नामकरण करना उचित नहीं है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इससे बच्चे के भाग्य पर असर पड़ता है। कई परिवार नामकरण संस्कार के लिए होली के बाद तक इंतजार करते हैं।

लंबी यात्रा शुरू न करें- होलाष्टक के दौरान लंबी दूरी की यात्रा करना अशुभ माना जाता है।प्रतिकूल ग्रह स्थिति यात्रा के दौरान बाधाओं, देरी या दुर्घटनाओं का कारण बन सकती है। यदि यात्रा अपरिहार्य है, तो जाने से पहले आशीर्वाद लेने की सलाह दी जाती है।

होलाष्टक का आध्यात्मिक महत्व

हालांकि होलाष्टक को भौतिक गतिविधियों के लिए अशुभ माना जाता है, लेकिन आध्यात्मिक प्रथाओं (Holashtak Kya hai )के लिए यह अत्यधिक महत्वपूर्ण है। कई भक्त इन आठ दिनों के दौरान उपवास, ध्यान और भगवान विष्णु के नाम का जाप करते हैं। ग्रह दोषों को दूर करने के लिए भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा की जाती है।

होलाष्टक के दौरान विष्णु सहस्रनाम और शिव चालीसा का पाठ करने से शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। कई लोग नकारात्मक ग्रहों के प्रभाव को संतुलित करने के लिए मंदिरों में जाते हैं और धर्मार्थ गतिविधियाँ करते हैं।

अंतिम दिन: होलिका दहन और होलाष्टक का अंत

होलाष्टक का समापन होलिका दहन के साथ होता है, जो नकारात्मकता, बुरी ऊर्जा और बुरे कर्म को जलाने का प्रतीक है। होलिका की आग वातावरण को शुद्ध करती है, जिससे यह फिर से शुभ कार्यों के लिए सुरक्षित हो जाता है। होलिका दहन के बाद, लोग खुशी के साथ होली मनाते हैं, जो सकारात्मकता और खुशियों से भरी एक नई शुरुआत का प्रतीक है।

यह भी पढ़ें: Amalaki Ekadashi 2025: इस दिन है आमलकी एकादशी, जानिए इसका महत्त्व और पूजन विधि

Tags :
dharam Karamdharam karam newsdharam karam news in hindidharam karam news in MPHolashtak 2025Holashtak 2025 DateHolashtak Kya haiHolashtak mein naa kare ye kaamहोलाष्टक 2025होलाष्टक 2025 डेटहोलाष्टक का महत्त्वहोलाष्टक के दौरान बचने योग्य बातेंहोलाष्टक क्या हैहोलाष्टक में भूलकर भी न करें ये काम

ट्रेंडिंग खबरें

Next Article