Mahakaleshwar Temple: भगवान श्री महाकालेश्वर ने पंच मुखारविंद स्वरूप में दर्शन दिए, वर्ष में एक बार होते हैं ऐसे दर्शन
Mahakaleshwar Temple: उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध बाबा श्री महाकालेश्वर के मंदिर में शिव नवरात्रि ओर महाशिवरात्रि पर्व बड़ा उल्लास के साथ मनाया गया। शिव नवरात्रि में श्री महाकालेश्वर मन्दिर में विराजमान भगवान श्री महाकालेश्वर ने नौ दिवस तक अलग-अलग रूपों में श्रद्धालुओं को दर्शन दिये। वर्ष मे एक बार फाल्गुन शुक्ल पक्ष की चंद्रदर्शन द्वितीया पर भगवान श्री महाकालेश्वर जी ने पंच मुखरविंद में एक साथ श्री छबिना, श्री उमामहेश, श्री होल्कर, श्री मनमहेश, श्री शिवतांडव स्वरूप में अपने भक्तों को दर्शन दिए।
साल में एक बार ही होते हैं भगवान के पंच मुखारविंद स्वरूप के दर्शन
भगवान महाकाल के पंच मुखारविंद दर्शन भक्तो के लिए अत्यंत दुर्लभ ओर शुभ माने जाते है. भगवान श्री महाकाल (Mahakaleshwar Temple) के दर्शन करने के लिए भक्तो का तांता लगा रहा। इसके साथ ही शिव नवरात्रि उत्सव का समापन हुआ। महाशिवरात्रि महापर्व के पश्चात वर्ष में एक बार ही ऐसा अवसर आता है, जब भगवान श्री महाकालेश्वर जी एक साथ पांच रूपों में भक्तों को दर्शन देते है। यह विशेष दर्शन अवसर विशेष पर होते हैं।
भगवान महाकाल के दर्शन करने आते हैं हजारों भक्त
भगवान महाकाल के दरबार मे आज भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं में भगवान श्री महाकालेश्वर का विशेष आशीर्वाद प्राप्त किया। फाल्गुन शुक्ल द्वितीया 01 मार्च 2025 को भगवान महाकाल पांच विशेष रूपों में दर्शन देंगे। ये रूप हैं- छबीना स्वरूप, मनमहेश स्वरूप, होल्कर स्वरूप, उमा-महेश स्वरूप और श्री शिवतांडव स्वरूप। भगवान महाकाल के इन अद्भुत स्वरूपों के दर्शन के लिए भक्त दूर-दूर से उज्जैन महाकाल मंदिर (Mahakaleshwar Temple) पहुंचते हैं और उनके दर्शन कर आशीर्वाद लेते हैं।
(उज्जैन से संजय पाटीदार की रिपोर्ट)
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