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नवरात्रि 2024 आज से शुरू, पहले दिन ऐसे करें मां शैलपुत्री को प्रसन्न

Navratri 2024 : शक्ति की देवी मां दुर्गा के उपासना का महापर्व नवरात्रि आज से शुरू हो गया है। हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है। आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि लेकर नवमी तिथि तक शारदीय नवरात्रि...
08:31 AM Oct 03, 2024 IST | Amit Jha

Navratri 2024 : शक्ति की देवी मां दुर्गा के उपासना का महापर्व नवरात्रि आज से शुरू हो गया है। हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है। आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि लेकर नवमी तिथि तक शारदीय नवरात्रि में माता की पूजा-आराधना (Kalash Sthapana Shubh Muhurat) की जाती है। नवरात्रि पर शक्ति की देवी मां दुर्गा के 9 अलग-अलग स्वरूपों की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है।

पहले दिन कलश स्थापना के बाद मां शैलपुत्री की पूजा

शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना के साथ  दुर्मा माता की पूजा (Mata Shailputri ) और अनुष्ठान प्रारंभ होता है। नवरात्रि के प्रथम दिन मां दुर्गा के पहले स्वरूप मां शैलपुत्री (Significance of Shardiya Navratri) की विधि-विधान से पूजा की जाती है।

कैसे करें मां शैलपुत्री को प्रसन्न?

नवरात्रि के प्रथम दिन स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद कलश स्थापना का विधि-विधान है। घट स्थापना के बाद देवी के पहले स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि दुर्गाजी के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री को सफेद और शुद्ध भोग्य खाद्य पदार्थ पसंद हैं। मां शैलपुत्री को प्रसन्न करने के लिए गाय के शुद्ध घी से बनी सफेद चीजों का भोग लगाएं।

प्रथम दिन कलश स्थापना और शुभ मुहूर्त

नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा का विशेष है। प्रथम दिन कलश स्थापना के साथ नवरात्रि की शुरुआत होती है। ज्योतिष के अनुसार, शारदीय नवरात्रि के पहले दिन इंद्र योग बन रहा है। यह योग आज तड़के 3:23 बजे से शुरू होकर शुक्रवार 4 अक्टूबर को तड़के 04:24 बजे खत्म होगा। उसके बाद वैधृति योग है। ऐसे में आज ( गुरुवार, 3 अक्टूबर को) सुबह में कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 6:15 बजे से सुबह 7:22 बजे तक है। सुबह में कलश स्थापना का शुभ समय 1 घंटा 6 मिनट है। वहीं, दोपहर में घट स्थापना का शुभ मुहूर्त 11:46 बजे से दोपहर 12:33 बजे तक है।

किस दिन माता के किस स्वरूप की पूजा

पहला दिन- मां शैलपुत्री की पूजा - 3 अक्टूबर 2024, दूसरा दिन- मां ब्रह्मचारिणी की पूजा- 4 अक्टूबर 2024, तीसरा दिन- मां चंद्रघंटा की पूजा- 5 अक्टूबर 2024, चौथा दिन- मां कूष्मांडा की पूजा- 6 अक्टूबर 2024, पांचवां दिन- मां स्कंदमाता की पूजा- 7 अक्टूबर 2024, छठा दिन- मां कात्यायनी की पूजा- 8 अक्टूबर 2024, सातवां दिन- मां कालरात्रि की पूजा- 9 अक्टूबर 2024, आठवां दिन- मां सिद्धिदात्री की पूजा- 10 अक्टूबर 2024, नौवां दिन- मां महागौरी की पूजा- 11 अक्टूबर 2024 और विजयदशमी (दशहरा)- 12 अक्टूबर 2024, प्रतिमा विसर्जन है।

 

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