जब राकेश रोशन को अपने ही बॉडीगॉर्ड से लगने लगा था डर, कहा मार मुझे मार देंगे

साल 2000 में कहो ना प्यार है की रिलीज के ठीक बाद राकेश रोशन को बुद्धेश गैंग के बदमाशों ने गोली मार दी थी।
जब राकेश रोशन को अपने ही बॉडीगॉर्ड से लगने लगा था डर  कहा मार मुझे मार देंगे

Rakesh Roshan: साल 2000 में कहो ना प्यार है की रिलीज के ठीक बाद राकेश रोशन को बुद्धेश गैंग के बदमाशों ने गोली मार दी थी। फिल्म निर्माता बाल-बाल बच गए और उन्हें सरकार द्वारा तुरंत सुरक्षा प्रदान की गई। हालांकि, रोशन ने हाल ही में खुलासा किया है कि उन्हें डर था कि उनके सुरक्षाकर्मी ही उनकी हत्या कर सकते हैं।

अपने गार्ड से डरते थे राकेश रोशन

एएनआई से बात करते हुए राकेश रोशन ने अपने जीवन के उस मुश्किल समय को याद करते हुए कहा, “चाहे आपके आस-पास कितने भी सुरक्षाकर्मी क्यों न हों, आप हमेशा खुले निशाने पर रहते हैं। अगर कोई आपको नुकसान पहुंचाना चाहे, तो सुरक्षाकर्मी कुछ नहीं कर पाएंगे। इस घटना के बाद, मुझे दो हथियारबंद सुरक्षाकर्मी दिए गए, मैं कार में आगे बैठता और वे पीछे बैठते, इससे मैं और भी डर जाता। वो दो पीछे बैठे हैं बंदूक के साथ। कभी कुछ हो जाए वो पीछे से न मुझे मार दें।

राकेश रोशन ने कहा कि कुछ समय बाद उन्हें अपने सुरक्षा घेरे की वजह से घुटन महसूस होने लगी। "जब मैं बीच पर टहलने जाता था, तो वे दो सुरक्षा गार्ड मेरे साथ होते थे। मुझे लगा कि 'क्या हो रहा है?' इसलिए, मैंने उनसे मेरा सुरक्षा घेरा हटाने का अनुरोध किया। मैं जैसा हूँ, वैसा ही ठीक हूँ। उन्होंने कहा देखते हैं क्या होता है।

राकेश रोशन पर हमला (Rakesh Roshan)

21 जनवरी, 2000 को, राकेश रोशन को मुंबई के सांताक्रूज़ में उनके कार्यालय के पास दो हमलावरों ने गोली मार दी थी। एक गोली निर्देशक के बाएं हाथ में लगी और दूसरी उनकी छाती को छूती हुई निकल गई। फिल्म निर्माता को आपातकालीन सर्जरी करानी पड़ी और वे सुरक्षित बाहर आ गए। बाद में पुलिस जांच से पता चला कि उनकी हत्या का प्रयास बुदेश गिरोह ने किया था, जो जबरन वसूली के पैसे को लेकर रोशन से झगड़ा कर रहा था।

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