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Chaitra Navratri Dishes: नवरात्रि के नौ दिन बनाएं ये नौ तरह के पकवान, लगाएं माता को भोग

साबूदाना खिचड़ी, कुट्टू पूरी और सामक चावल जैसे व्यंजन आध्यात्मिक अनुशासन बनाए रखते हुए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं।
04:12 PM Mar 21, 2025 IST | Preeti Mishra
Chaitra Navratri Dishes

Chaitra Navratri Dishes: चैत्र नवरात्रि के व्यंजन स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये शरीर को पोषण देने के साथ-साथ उपवास परंपराओं से भी जुड़े होते हैं। भक्त प्याज, लहसुन या अनाज के बिना सात्विक भोजन (Chaitra Navratri Dishes) तैयार करते हैं, जिसमें कुट्टू, ऐमारैंथ और सिंघाड़े के आटे जैसी सामग्री का उपयोग किया जाता है। ये खाद्य पदार्थ डेटोक्सिफिकेशन, पाचन में सुधार और ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करते हैं।

साबूदाना खिचड़ी, कुट्टू पूरी और सामक चावल जैसे व्यंजन आध्यात्मिक अनुशासन बनाए रखते हुए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं। दूध, फल और सूखे मेवे शामिल करने से उपवास के दौरान संतुलित आहार सुनिश्चित होता है। ये पवित्र भोजन (Chaitra Navratri Dishes) न केवल भक्ति और आत्म-नियंत्रण को मजबूत करते हैं बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देते हैं, जिससे ये नवरात्रि उत्सव का एक अभिन्न अंग बन जाते हैं।

चैत्र नवरात्रि भक्ति और उपवास का एक पवित्र काल है, जहाँ भक्त शरीर और मन को शुद्ध करने के लिए सात्विक (शुद्ध) खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं। यहाँ नौ पौष्टिक और स्वादिष्ट उपवास व्यंजन हैं, प्रत्येक दिन के लिए एक:

साबूदाना खिचड़ी- टैपिओका मोती, मूंगफली और हल्के मसालों से बना यह व्यंजन कार्बोहाइड्रेट से भरपूर है, जो तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है और पेट को हल्का रखता है।

कुट्टू की पूरी और आलू की सब्जी- कुट्टू ग्लूटेन-मुक्त और फाइबर से भरपूर होता है। जब इसे साधारण आलू की करी के साथ जोड़ा जाता है, तो यह एक पौष्टिक और संतोषजनक भोजन बन जाता है।

सिंघाड़े के आटे का हलवा- घी, चीनी और मेवों के साथ पकाया गया यह सिंघाड़े के आटे का हलवा ताकत और प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने का एक स्वादिष्ट तरीका है।

समा चावल की खिचड़ी- समा चावल नियमित चावल का एक बढ़िया विकल्प है, क्योंकि यह हल्का, ग्लूटेन-मुक्त और फाइबर से भरपूर होता है। यह पचने में आसान है और आपको तृप्त रखता है।

मखाना खीर- मखाना कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट का एक पावरहाउस है। इलायची और सूखे मेवों के साथ दूध में पकाई गई यह खीर सेहतमंद और स्वादिष्ट दोनों है।

दही के साथ राजगिरा पराठा- राजगिरा (ऐमरंथ) के आटे के पराठे प्रोटीन से भरपूर होते हैं और ताज़े दही के साथ परोसे जाते हैं, जो पाचन में सहायता करता है और प्रोबायोटिक्स प्रदान करता है।

शकरकंद चाट- शकरकंद फाइबर और विटामिन से भरपूर होते हैं। जब इन्हें भूनकर सेंधा नमक, नींबू का रस और हल्के मसालों के साथ मिलाया जाता है, तो ये पौष्टिक व्रत का व्यंजन बन जाते हैं।

लौकी का हलवा- लौकी पाचन के लिए बहुत अच्छी होती है। जब इसे दूध, मेवे और इलायची के साथ धीमी आंच पर पकाया जाता है, तो यह एक स्वादिष्ट और ऊर्जा बढ़ाने वाली मिठाई बन जाती है।

फल और सूखे मेवे का सलाद- एक सरल लेकिन शक्तिशाली भोजन, मौसमी फलों और मेवों का मिश्रण आवश्यक विटामिन, खनिज और नेचुरल शुगर प्रदान करता है, जो अंतिम उपवास के दिन ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है।

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