Holi Thandai: बिना ठंडाई के अधूरी है होली, जानिए इसकी स्पेशल रेसिपी
Holi Thandai: रंगों का त्योहार होली ताज़गी भरी और स्वादिष्ट ठंडाई के बिना अधूरा है। यह पारंपरिक पेय अपने ठंडे गुणों और समृद्ध स्वाद के लिए जाना जाता है, जो इसे होली के ऊर्जावान उत्सवों के दौरान आनंद लेने के लिए एक परफेक्ट ड्रिंक (Holi Thandai) बनाता है। नट्स, मसालों और दूध के मिश्रण से बनी ठंडाई न केवल स्वादिष्ट है बल्कि स्वास्थ्य लाभों से भी भरपूर है। आइए इसके महत्व, सामग्री और रेसिपी के बारे में जानें।
होली में ठंडाई का महत्व
ठंडाई सदियों से भारतीय संस्कृति का हिस्सा रही है और होली उत्सव के साथ इसका गहरा संबंध है। 'ठंडई' शब्द का अर्थ ही 'ठंडा करने वाला' है, जो इसे गर्म वसंत के मौसम में, जब होली मनाई जाती है, उपभोग के लिए परफेक्ट (Holi Thandai) बनाता है। परंपरागत रूप से, यह माना जाता है कि यह शरीर को फिर से जीवंत करता है, पाचन में सहायता करता है और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है। ठंडाई की कुछ किस्मों में भांग भी शामिल है, जो हल्का नशीला( Thandai importance in holi) प्रभाव डालती है, जिससे यह भारत के कई क्षेत्रों में होली उत्सव का एक अनूठा हिस्सा बन जाती है।
ठंडाई के लिए आवश्यक सामग्री
ठंडाई पेस्ट के लिए:
बादाम - 15-20 (रातभर भिगोकर छिले हुए)
काजू - 10-12
पिस्ते – 10-12
खसखस - 2 बड़े चम्मच
सौंफ के बीज - 1 बड़ा चम्मच
खरबूजे के बीज - 2 बड़े चम्मच
काली मिर्च - ½ चम्मच
हरी इलायची - 4-5 फली
केसर के धागे - एक चुटकी
गुलाब जल - 1 बड़ा चम्मच
चीनी – 4 बड़े चम्मच
दूध - ½ कप (पेस्ट पीसने के लिए)
ठंडाई पेय के लिए:
ठंडा दूध - 4 कप
ठंडाई पेस्ट (ऊपर तैयार)
चीनी – स्वादानुसार
गुलाब की पंखुड़ियाँ - सजावट के लिए
कटे हुए मेवे - गार्निश के लिए
ठंडाई बनाने की विधि
बादाम, काजू, पिस्ता, खसखस, सौंफ और खरबूजे के बीज को कम से कम 4-5 घंटे या रात भर के लिए पानी में भिगो दें। एक बार भिगोने के बाद, मुलायम बनावट पाने के लिए बादाम छील लें। एक ब्लेंडर में भीगे हुए मेवे और बीज, काली मिर्च, हरी इलायची, केसर के धागे और गुलाब जल मिलाएं। एक चिकना, गाढ़ा पेस्ट बनाने के लिए सभी चीजों को ½ कप दूध के साथ मिलाएं। रद्द करना।
4 कप दूध को उबालें, फिर इसे रेफ्रिजरेटर (Thandai recipe) में ठंडा करने से पहले पूरी तरह से ठंडा होने दें। तैयार ठंडाई पेस्ट को ठंडे दूध में डालें और पूरी तरह मिश्रित होने तक अच्छी तरह हिलाएं। एक चिकनी स्थिरता के लिए, मोटे कणों को हटाने के लिए मिश्रण को एक महीन छलनी या मलमल के कपड़े का उपयोग करके छान लें। यदि आवश्यक हो तो चीनी डालें और अच्छी तरह मिलाएं ।
ठंडी ठंडाई को मिट्टी के बर्तन या लम्बे गिलास में परोसें। सुगंधित और उत्सवी स्पर्श के लिए ऊपर से कटे हुए मेवे, केसर के धागे और ताज़ी गुलाब की पंखुड़ियाँ डालें। होली के दौरान इस पारंपरिक पेय का आनंद लें।
ठंडाई के विभिन्न रूप
भांग ठंडाई: भांग (भांग के पत्तों) से तैयार ठंडाई की एक विशेष विविधता, जो होली के दौरान उत्तर भारत में लोकप्रिय है।
गुलाब ठंडाई: गुलाब का शरबत या ताजी गुलाब की पंखुड़ियाँ मिलाने से पेय का स्वाद बढ़ जाता है।
आम ठंडाई: आम के गूदे को ठंडाई के पेस्ट के साथ मिलाने से क्लासिक रेसिपी में फल जैसा स्वाद आ जाता है।
ठंडाई के स्वास्थ्य लाभ
सौंफ़ के बीज, खसखस, और केसर जैसे तत्व शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
ठंडाई में मौजूद मेवे और मसाले इम्युनिटी और पाचन को बढ़ाते हैं।
दूध और मेवे तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं, जिससे यह उत्सव के लंबे दिन के लिए एक बेहतरीन ड्रिंक बन जाता है।
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