IMA Issue Notice: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन को चुभ गई डायग्नोस्टिक सेंटर संचालक की पोस्ट, मच गया बड़ा बवाल

IMA Issue Notice: इंदौर के एक डायग्नोस्टिक सेंटर के संचालक की सोशल मीडिया पोस्ट इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) को इस कदर चुभ गई कि उन्होंने उसे नोटिस थमा दिया। इतना ही नहीं एसोसिएशन ने मांग की है कि...
ima issue notice  इंडियन मेडिकल एसोसिएशन को चुभ गई डायग्नोस्टिक सेंटर संचालक की पोस्ट  मच गया बड़ा बवाल

IMA Issue Notice: इंदौर के एक डायग्नोस्टिक सेंटर के संचालक की सोशल मीडिया पोस्ट इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) को इस कदर चुभ गई कि उन्होंने उसे नोटिस थमा दिया। इतना ही नहीं एसोसिएशन ने मांग की है कि उस संचालक को सार्वजनिक रूप से लिखित में माफी मांगनी होगी। आइए इस खबर के बारे में और अधिक जानते हैं।

क्या है पूरा मामला?

यह पूरा मामला इंदौर की एक डायग्नोस्टिक सेंटर के डायरेक्टर अर्पित कोठारी से जुड़ा है। अर्पित ने एक दिन पूर्व सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट डाली थी। उस पोस्ट में अर्पित ने कहा था कि हम डॉक्टरों को कमीशन देने पर विश्वास नहीं रखते हैं। हम रेट कम रखकर इसका सीधा फायदा मरीजों को देते हैं। सेंटर डॉक्टर द्वारा रेफर किए गए मरीजों को लेकर ना दबाव में आता है और ना ही उसे पैसों को लेकर समझौता करना पड़ता है। हम डॉक्टर के कहने पर सर्जरी या महंगे ट्रीटमेंट की बात कर मुनाफा नहीं खाते हैं।

अर्पित को नोटिस जारी

अर्पित की यह पोस्ट जैसे ही सोशल मीडिया पर भूचाल सा आ गया। कई डॉक्टरों ने पोस्ट पर नाराजगी व्यक्त की। कुछ डॉक्टर्स ने इस पोस्ट का स्क्रीन शॉट लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन को इसकी शिकायत भी कर दी। मामला संज्ञान में आते ही एसोसिएशन की भी एक्टिव हो गया। एसोसिएशन के प्रेसिडेंट नरेंद्र पाटीदार और डॉक्टर अक्षत पांडे ने डायग्नोस्टिक सेंटर संचालक अर्पित कोठारी को नोटिस जारी कर माफी मांगने को कहा है।

सार्वजनिक रूप से स्पष्टीकरण देने की मांग

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने नोटिस जारी करने के अलावा अर्पित कोठारी से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को भी कहा है। अध्यक्ष नरेंद्र पाटीदार ने कहा सोशल मीडिया का उपयोग करते हुए अर्पित कोठारी ने जिस तरह से इस बात का जिक्र किया है उससे इंदौर के कई समर्पित डॉक्टरों की मेहनत ईमानदारी पर सवाल खड़े हुए हैं। उन्हें अपनी पोस्ट पर सार्वजनिक रूप से स्पष्टीकरण देना होगा।

पाटीदार ने आगे कहा, "1994 में इंदौर में सबसे पहले एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एमआरआई की जांच शुरू हुई थी तब उसकी जांच 5,000 में होती थी। आज उसी जांच की कीमत 6,500 रुपए है। इसका मतलब 30 साल में इस जांच के मात्र 1,500 रुपए ही बढ़े हैं। फिलहाल डायग्नोस्टिक सेंटर डायरेक्टर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। अगर जवाब संतोषजनक नहीं रहा तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।"

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