Jaundice Infection Shahdol: गंदा पानी पीने से पीलिया की चपेट में आए 40 मरीज, लोगों लगाया यह आरोप!
Jaundice Infection Shahdol: शहडोल। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धनपुरी में पीलिया का कहर देखने को मिला। यहां पीलिया से पीड़ित 40 मरीज स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां उनका इलाज किया जा रहा है। मरीजों के परिजनों ने बताया कि बच्चों को पीलिया हो गया था। इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अभी वार्ड नंबर 16, 17, 18 व अन्य वार्डो के बच्चों को भर्ती किया गया।
युवा मरीजों की बहुलता
पीलिया के मरीज अधिकांश 20 वर्ष से कम बच्चों में देखा जा रहा है। पीड़ित मरीज के परिजनों ने बताया कि इन दोनों पीलिया के पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धनपुरी में जब 40 पीलिया के मरीज देखे गए तो अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राइवेट क्लीनिक में भी देखने को मिल सकता है। नगर वासियों का कहना है कि नगर पालिका के द्वारा शुद्ध पेयजल की व्यवस्था न होने के चलते पीलिया होने की संभावना बताई जा रही है। नगर पालिका को एक दशक से नगर वासियों को शुद्ध पेयजल देने में असमर्थ देखी जा रही है।
शुध्द पेयजल नहीं होने से परेशानी
नगरवासी दशक भर से शुद्ध पेयजल का सपना देख रहे हैं। आज भी नगर पालिका द्वारा वार्डों में शुद्ध पेयजल की सप्लाई व्यवस्था बनाने पूरी तरह से नाकाम रही है। पिछले 8 सालों में नगरवासियों को शुद्ध पेयजल नपा नहीं दे पाई है। लगभग 27 करोड़ खर्च होने के बाद भी नगरवासियों को आज भी घरों में दूषित पानी पीने के लिए विबस हैं। वार्ड वासियों को तरह-तरह की बीमारी से ग्रसित हैं।
परिषद को किया गुमराह
नगर पालिका परिषद की नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के जीतने के बाद नगर पालिका में बैठक रखी गई। पहले परिषद की बैठक 2022 में नगर पालिका सभागार में नगर पालिका अध्यक्ष सहित 28 वार्डों के पार्षद, उपाध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष की उपस्थिति में उपस्थित परिषद में सबसे पहले वार्ड में पानी की अव्यवस्था से शुरू हुई। नेता प्रतिपक्ष के द्वारा उठाए गए 17 करोड़ में पेयजल संबंधित कितना कार्य हुआ, कितना बाकी है, जिसका जवाब नहीं मिला। उसके बाद फिर 10 करोड रुपए पेयजल के लिए और आया यानी 27 करोड रुपए शुद्ध पेयजल के लिए नगर पालिका में आने के बाद 8 वर्षों से लोगों को शुद्ध पेयजल भी नसीब नहीं हुआ है।
कमाई के चक्कर में साजिश
बताया जाता है कि फिल्टर प्लांट शुद्ध पेयजल की व्यवस्था फेल हो गई। कुछ माह पूर्व नगर पालिका कुछ वार्डों में फिल्टर प्लांट से पानी सप्लाई की व्यवस्था बनाई गई थी। जो कुछ माह में ही फिल्टर प्लांट स्थित पूर्व बंद खदान का पानी खत्म (समाप्त) हो गया। यानि नगर पालिका फिल्टर प्लांट खटाई में है। सीएमओ और इंजीनियर सरकारी धन खर्च करने की जल्दबाजी में रहे ताकि कमीशन की फसल पक जाए। इसीलिए फिल्टर प्लांट को उक्त खदान पानी दे पाएगा या नहीं, इसकी जांच भी नहीं की गई। डॉक्टर अभिषेक मिश्रा ने बताया कि पीलिया के चार दिन मेें 40 केस आए। इनका उपचार किया जा रहा है। गलत खानपान दूषित पानी से पीलिया होने की संभावना है।
(शहडोल से इरफान खान की रिपोर्ट)
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