Ajab Gajab MP: चंबल का छोरा जर्मनी से लाया विदेशी दुल्हनिया, शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
Ajab Gajab MP: ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल में एक अनोखी शादी चर्चा में है। क्योंकि, चंबल के छोरे ने जर्मनी की युवती को अपनी धर्मपत्नी बनाया है। हिंदू रीति-रिवाज से मंडप में सात फेरे लेकर ग्वालियर के राहुल बोहरे ने जर्मनी की एमिली बोटना से शादी की। इस अनोखी शादी में मेहमान भी भारतीय परिधान में नजर आए। इस शादी की चर्चा भी इसलिए खास है क्योंकि जर्मन और भारतीय संस्कृति के अनुसार शादी पुरोहितों द्वारा कराई गई है।
जर्मनी की लड़की से शादी
आपको बता दें कि ग्वालियर शहर में अनोखी शादी में गिने चुने खास मेहमान शामिल हुए। शादी चंबल के शिक्षित युवक राहुल बोहरे और जर्मनी की एमिली बोटना की हुई। लेकिन, शादी भारतीय संस्कृति रस्मों के साथ संपन्न हुई। यहां मंडप में दूल्हा-दुल्हन ने वैदिक मंत्रों के उच्चारण के बीच सात फेरे लिए और एक-दूसरे को अपना जीवन साथी बना लिया। भिंड जिले और चंबल की धरती पर जन्मे राहुल बोहरे पीसीसी सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और पिछले 8 सालों से जर्मनी में एक कंपनी में जॉब कर रहे हैं।
जॉब के दौरान एचआर डिपार्टमेंट में काम करने वाली एमिली बोटना की सादगी और सुंदर चेहरा राहुल को इतना पसंद आया कि उन्होंने अपनी मोहब्बत का इजहार एमिली के सामने कर दिया। वहीं, मन ही मन राहुल को पसंद करने वाली एमिली ने तत्काल प्रेम प्रस्ताव को स्वीकार कर प्रेम विवाह करने का संकल्प ले लिया और माता-पिता की सहमति के बाद दोनों विवाह के बंधन में जन्म-जन्मांतर के साथी बन गए।
हिंदू रीति-रिवाज से शादी
ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखने वाले राहुल के परिजनों का भी मानना है कि दोनों एक-दूसरे से प्रेम करते थे। उन्होंने सहमति दी तो दोनों की हिंदू रीति रिवाज से शादी संपन्न हुई है। दोनों के परिवारजनों को युगल दंपति पर पूरा विश्वास और यकीन है कि इस प्यार को वह अंतिम सांस तक निभाएंगे। हमारी भी शुभकामनाएं दोनों के साथ हैं।
विवाह समारोह की यह रही खासियत
यह शादी खास मेहमानों के बीच हुई। शादी में विदेशी और भारतीय संस्कृति और परंपरा का अनूठा संगम दिखा। शादी के मंडप में अग्नि के सात फेरे लेने के समय जर्मन और भारतीय रिश्तेदार भारतीय परंपरागत परिधान में आए नजर। वहीं, शहनाई की मधुर धुन ने अनोखे विवाह समारोह को और भी भव्य बना दिया। इस शादी के जरिए संदेश भी दे दिया कि प्रेम और परंपरा किसी भी जाति या धर्म की सीमाओं को पार कर सकती है।
(ग्वालियर से सुयश शर्मा की रिपोर्ट)
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