Annu Kapoor Antakshari: गीतों ओर श्लोक के रंगों से सराबोर हुवा टॉवर चौक, मदमस्त हुए लोग

Annu Kapoor Antakshari: उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में विक्रमोत्सव 2025 के तहत पहली बार एक अनोखी अंताक्षरी का आयोजन किया गया। जिसे प्रसिद्ध अभिनेता अन्नू कपूर ने होस्ट किया। इस कार्यक्रम को बड़ी संख्या में लोग उज्जैन के...
annu kapoor antakshari  गीतों ओर श्लोक के रंगों से सराबोर हुवा टॉवर चौक  मदमस्त हुए लोग

Annu Kapoor Antakshari: उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में विक्रमोत्सव 2025 के तहत पहली बार एक अनोखी अंताक्षरी का आयोजन किया गया। जिसे प्रसिद्ध अभिनेता अन्नू कपूर ने होस्ट किया। इस कार्यक्रम को बड़ी संख्या में लोग उज्जैन के टॉवर चोक पहुँचे। गुरुवार की शाम को शहर के टॉवर चौक पर भारी भीड़ के बीच अंताक्षरी का रोमांचक मुकाबला हुआ। इसमें प्रतिभागियों ने न केवल फिल्मी गीतों, बल्कि संस्कृत के श्लोक और कविताओं का भी शानदार प्रस्तुतीकरण दिया। छह टीम में शामिल 24 प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में समा बांधा।

अभिनेता अन्नू कपूर ने बांधा समा

अभिनेता अन्नू कपूर का मानना है कि अंताक्षरी का इतिहास भारतीय लोक संस्कृति और काव्य परंपरा से गहराई से जुड़ा हुआ है। यह खेल विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं और बोलियां जैसे मालवी, अवधी ,ब्रज ,हाडोती आदि में प्रचलित रहा है। अंताक्षरी की परंपरा मौखिक कविता संस्कृत का हिस्सा रही है। इसमें लोग तुकबंदी और छंदबद्ध गीतों के माध्यम से संवाद करते थे। प्राचीन भारत में मौखिक परंपरा बहुत मजबूत थी और यह वेदों के समय से चली आ रही थी। लोकगीतों और धार्मिक भजनों के माध्यम से अंताक्षरी की शैली विकसित हुई। कृष्ण भक्ति और राम भक्ति काव्य धाराओं में अंताक्षरी के तत्व मिलते हैं।

चौक टॉवर पर उमड़ी भीड़

कार्यक्रम के दौरान अन्नू कपूर ने मध्य प्रदेश को देश का दिल बताते हुए भगवान शिव की स्तुति से इस आयोजन की शुरुआत की। पूरे टॉवर चौक पर संगीत प्रेमियों और दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी। जिसने इस आयोजन को यादगार बना दिया। यह अनोखी अंताक्षरी उज्जैन (Annu Kapoor Antakshari) की सांस्कृतिक विरासत और संगीत प्रेम को एक नया मंच देने का प्रयास था। इसमें परंपरा और आधुनिकता का खूबसूरत संगम देखने को मिला। कार्यक्रम से कुछ दिन पहले इसमे ऑडिशन भी हुआ था।

(उज्जैन से संजय पाटीदार की रिपोर्ट)

यह भी पढ़ें:

Mahakal Holi Ujjain: श्रीमहाकालेश्वर मंदिर में संध्या आरती के बाद हुआ होलिका दहन, बाबा ने हर्बल गुलाल से खेली होली

Holika Dahan 2025: यहां गोलियों की तड़तड़ाहत से होती है होलिका दहन, जानें पूरा मामला

Tags :

.