Bajrang Dal Protest: ग्वालियर में होने वाले भारत-बांग्लादेश टी20 मैच का विरोध करेगा बजरंग दल
Bajrang Dal Protest: ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में होने वाले भारत-बांग्लादेश T20 मैच के विरोध में अब बजरगं दल भी आ गया है। बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक नीरज दौनेरिया ने कहा कि वर्तमान में बांग्लादेश भारत के बीच क्रिकेट ऐसे समय में हो रहा है, जिस समय में सम्पूर्ण बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ बर्बरता और वीभत्स अत्याचार हुए हैं। लगातार दो-दो, तीन-तीन दिनों तक हिंदुओं की लाशें टांगी गईं, जिसे पूरी दुनिया ने देखा है। कितनी ही बहनों को उठाकर उनके साथ गैंगरेप हुए हैं, ऐसी बर्बरता पूरी दुनिया में हिंदुओं के साथ नहीं हुई है, जैसी बांग्लादेश में हुई, इसलिए भारतीय इस मैच के कारण दुखी हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म और विभिन्न स्थानों पर टीवी डिबेट्स में अधिकतर लोगों ने दोनों देशों के बीच मैच नहीं होने की बात का समर्थन किया है।
पाकिस्तान का उदाहरण देते हुए विरोध को बताया सही
दरअसल हिंदू महासभा तथा अन्य संगठनों के साथ-साथ बजरंग दल (Bajrang Dal Protest) भी चाहता है कि ये मैच रद्द किया जाए। इसके कारण हिंदुओं की भावनाओं को अत्यधिक ठेस पहुंच रही है। बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि अभी कानपुर में जो मैच हुआ वहां पर भी बजरंग दल ने इसका विरोध किया था। हम सबने देखा होगा कि पाकिस्तान के साथ में कितने ही प्रकार के मैच हुए, लेकिन पाकिस्तान कभी अपनी आतंकवादी गतिविधियों से बाज नहीं आया और हमेशा भारत को धोखा दिया है।
बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पर लगे प्रतिबंधों पर भी बोले
उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में उन्होंने दुर्गा पूजा पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। दुर्गा पूजा होने नहीं दे रहे हैं, प्रत्येक दुर्गा पंडाल के आधार पर पांच लाख रुपए की रंगदारी मांगी है। वहां पर हिंदुओं के साथ ऐसी बर्बरता हो रही है और यहां भारत में उनके साथ मैच खेलना एक तरह से करोड़ों भारतवासियों की भावनाओं पर कुठाराघात है। यह मैच रद्द होना चाहिए और बजरंग दल (Bajrang Dal Protest) भी इसका विरोध करेगा और तब तक विरोध करेगा, जब तक मैच का बहिष्कार होकर मैच रद्द नहीं होता है। बजरंग दल द्वारा विरोध का तरीका पूछने के सवाल पर राष्ट्रीय संयोजक दौनेरिया ने कहा कि उसकी रूपरेखा बनाई जाएगी, उसी रणनीति के आधार पर प्रबल विरोध किया जाएगा। तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट को लेकर बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक नीरज दौनेरिया ने कड़ी आपत्ति जताते हुए सरकार को सुझाव दिए हैं।
तिरुपति मंदिर लड्डू विवाद पर कही बड़ी बात
उन्होंने कहा कि तिरुपति बालाजी का मंदिर पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। इस मंदिर के साथ हिंदुओं की आस्था, श्रद्धा और विश्वास जुड़े हुए हैं। हिंदू धर्मावलंबी इस मंदिर में जाकर अपने केश दान करते हैं। इसे दुनिया का सबसे अमीर मंदिर माना जाता है। वहां सर्वाधिक चढ़ावा चढ़ता है, ऐसे स्थान पर राज्य की पिछली जगमोहन सरकार ने मंदिर से सबंधित प्रसाद में जो सामग्री आती है, उसका टेंडर निकालकर मुस्लिमों को दे दिया। प्रसाद में मिलावट हो सकती है, लेकिन मिलावट में गाय की चर्बी, मछली का तेल, मुर्गे आदि की चीजें... ये सभी चीजें सामने आई हैं। इससे करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है, स्वतंत्र भारत में ही नहीं, इससे पहले भी कभी ऐसा श्रद्धा पर चोट पहुंचाने का कृत्य नहीं हुआ है, जैसा कि तिरुपति बालाजी मंदिर में हाल ही में हुआ।
कहा, सभी हिंदू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त किया जाए
नीरज दौनेरिया ने आगे कहा कि इस बात का खुलासा जुलाई माह में ही हो गया था लेकिन वर्तमान मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने स्वयं ही इस बात की जानकारी दी है। इनमें जो दोषी हैं, जिनके नाम सामने आए हैं, वे गिरफ्तार होने चाहिए और वहां के पूर्व मुख्यमंत्री भी गिरफ्तार होने चाहिए ताकि वह जांच में बाधा ना डाल सकें। पूरी तरह से जांच होने के बाद दोषी को फांसी के तख्त पर लटकाना चाहिए, इतने लोगों की श्रद्धा पर आघात पहुंचाना बर्बरता की श्रेणी में आता है।
उन्होंने कहा कि इसके साथ-साथ बजरंग दल एवं विश्व हिंदू परिषद की मांग है कि तिरुपति बालाजी मंदिर को सरकार अपने नियंत्रण से मुक्त करें और यह मंदिर हिंदुओं को ट्रस्ट बनाकर सौंपे जाए। आज पांच लाख से अधिक मंदिर सरकार के नियंत्रण में हैं, ये सभी मंदिर केंद्र सरकार अथवा राज्य सरकारों के नियंत्रण में हैं। इन सभी मंदिरों को ट्रस्ट बनाकर हिंदुओं को सौंपे जाने चाहिए ताकि इस तरह की आस्था को चोट पहुंचाने की घटनाएं दोबारा नहीं हो सकें।
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