Betul : प्रसूता-नवजात को खटिया पर लिटाकर करना पड़ा 7Km सफर, तब मिली एम्बुलेंस
Betul news : बैतूल। मध्यप्रदेश के कई इलाकों में अब भी लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए मोहताज हैं। इसकी बानगी बैतूल के भीमपुर के भवईपुर गांव में देखने को मिली। जहां अस्पताल पहुंचने का इंतजार इतना लंबा हो गया कि आदिवासी महिला का घर पर ही प्रसव हो गया। वहीं प्रसव के बाद महिला को अस्पताल ले जाने के लिए भी परिजनों को मशक्कत करनी पड़ी।
महिलाओं ने घर पर ही करा दिया प्रसव
बैतूल के भवईपुर गांव में गर्भवती महिला को प्रसव के दौरान काफी तकलीफ झेलनी पड़ी। महिला को तेज प्रसव पीड़ा हो रही थी, परिजन महिला को अस्पताल ले जाने की तैयारी करने लगे। इसी बीच महिला को तेज दर्द होने लगा तो आसपास की महिलाओं ने घर पर ही प्रसव करवा दिया। महिला ने बच्चे को जन्म दिया।
मां-बच्चे को खटिया पर बिठाकर किया 7Km सफर
गर्भवती महिला का प्रसव तो घर पर हो गया। मगर फिर प्रसूता को नवजात बच्चे के साथ भीमपुर अस्पताल जाने में तकलीफ झेलनी पड़ी। परिजनों ने प्रसव के बाद प्रसूता और नवजात को अस्पताल ले जाने के लिए एम्बुलेंस बुलाई। मगर रास्ता नहीं होने से एम्बुलेंस 7 किलोमीटर पहले ही थम गई।(Betul news)
इसके बाद परिजनों को मजबूरन प्रसूता महिला और नवजात बच्चे को खटिया पर लिटाकर 7 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ा। लोगों का कहना है कि भवईपुर गांव में ऐसा नजारा पहली बार देखने को नहीं मिला है। यहां सालों से ग्रामीणों को इसी तरह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मगर अभी तक किसी ने भी सुनवाई नहीं की है। जिसकी वजह से यह समस्या जस की तस बनी हुई है।
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