Bhopal News: जयश्री गायत्री फूड प्रोडक्ट लिमिटेड पर EOW ने कसा शिकंसा, फर्जी सर्टिफिकेट से 27 देशों में फैलाया साम्राज्य

Bhopal News: आर्थिक अपराध शाखा (Economic Offences Wing) ने भोपाल में जयश्री गायत्री फूड प्रोडक्ट लिमिटेड (Jayshree Gayatri Food Product Limited) के सीहोर स्थित कारखाने और इससे जुड़े अन्य चार ठिकानों पर बुधवार को दबिश दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,...
bhopal news  जयश्री गायत्री फूड प्रोडक्ट लिमिटेड पर eow ने कसा शिकंसा  फर्जी सर्टिफिकेट से 27 देशों में फैलाया साम्राज्य

Bhopal News: आर्थिक अपराध शाखा (Economic Offences Wing) ने भोपाल में जयश्री गायत्री फूड प्रोडक्ट लिमिटेड (Jayshree Gayatri Food Product Limited) के सीहोर स्थित कारखाने और इससे जुड़े अन्य चार ठिकानों पर बुधवार को दबिश दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, EOW को शिकायत मिली थी कि कंपनी द्वारा फर्जी दस्तावेज बनाकर उत्पाद विदेश भेजे जाते हैं। जानकारी में सामने आया कि वर्तमान में कंपनी 27 देशों में उत्पाद भेज रही है। आइए इस खबर के बारे में और अधिक जानते हैं।

14 जुलाई को दर्ज हुई थी FIR

EOW सूत्रों ने बताया कि कंपनी के फर्जी दस्तावेजों में उत्पाद की गुणवत्ता से जुड़े प्रमाण पत्र भी शामिल हैं। कंपनी के मालिक के भोपाल आवास और कार्यालय में भी EOW द्वारा छापेमारी जारी है। EOW टीम ने सबसे पहले कंपनी के दफ्तर और फिर सीहोर फैक्ट्री पर छापा मारा। इसके EOW ने यहां से अहम दस्तावेज और फाइलें जब्त की हैं। फिलहाल EOW द्वारा कंपनी के मालिकों से पूछताछ की जा रही है। फैक्ट्री के डायरेक्टर किशन मोदी हैं और इनके साथ फैक्ट्री के अन्य अधिकारी पारुल मोदी और राजेंद्र मोदी के खिलाफ 14 जुलाई को EOW में FIR दर्ज की गई थी।

एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर कार्रवाई

EOW सूत्रों ने बताया कि कंपनी पर विदेश में सप्लाई किए जाने वाले डेयरी प्रॉडक्ट के सर्टिफिकेट फर्जी तरीके से तैयार करने का आरोप हैं। छापेमारी एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर चल रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, कारखाने में छापे के दौरान ऐसे रासायनिक पदार्थ भी मिले हैं जिनका उपयोग नहीं किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि इनका प्रयोग खाद्य उत्पाद बनाने के लिए तो नहीं किया जा रहा था। यह कंपनी पनीर सहित अन्य मिल्क प्रोडक्ट बनाती है।

2022 में पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने बंद कराया था कारखाना

यहां यह जानना भी आवश्यक है कि कंपनी पिछले दो-ढाई वर्ष से विवादों में रही है। जनवरी 2022 में मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने तय मानकों के तहत काम पूरा नहीं करने के कारण कारखाने को बंद करने के निर्देश दिए थे। दूषित पानी का निपटान ठीक से नहीं होने और इस पानी के उपचार के लिए परिसर के बाहर प्लांट नहीं बनाने के लिए मंडल ने यह कार्रवाई की थी।

सीहोर कलेक्टर ने दर्ज कराई थी FIR

इससे पूर्व मार्च, 2022 में भी कंपनी बड़े विवादों में फंसी थी। उस समय पाइप लाइन बिछाने के लिए 2 किमी तक सड़क खोदने के कारण सीहोर कलेक्टर ने कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। जून, 2022 में आयकर विभाग की टीम ने भी कंपनी के दफ्तरों पर छापा मारा था। इसके बाद मार्च, 2023 में खाद्य सुरक्षा विभाग ने पनीर में पाम आइल की मिलावट के संदेह में फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई की थी। उस समय भोपाल में कोलकाता से आया पाम आइल से भरा टैंकर भी जब्त किया गया।

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