Burhanpur Ka Mela: मोहना नदी पर लगा सालाना मेला, हुआ पाड़ों का दंगल, देखने आए हजारों लोग
Burhanpur Ka Mela: बुरहानपुर। मध्य प्रदेश में बुरहानपुर जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर फोपनार गांव में दीपावली के बाद हर साल की तरह इस साल भी मोहना नदी पर सालाना मेले का आयोजन किया गया है। इस मेले में पाड़ों का दंगल कराया गया जिसमें पाडे आकर्षण का केंद्र बने। पाड़ों की टक्कर देखने के लिए जिले भर के ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ पडौसी राज्य महाराष्ट्र व अन्य जगहों से भी हजारों की संख्या में लोग यहां पहुंचे। यहां अभी भी पुरानी परंपरा के नाम पर कई गांवों में पाड़ा यानि भैंसा की लडाई कराई जाती हैं। इस दौरान पाड़ा जब मैदान छोड कर भागता है तो देखने वालो में भगदड़ मच जाती है।
पशु प्रेमियों की आपत्ति के चलते इस
हर वर्ष होने वाले मेले (Burhanpur Ka Mela) के इस कार्यक्रम पर इस बार खतरा मंडरा रहा है। इस बार पशु प्रेमियों ने पाड़ों की टक्कर के कार्यक्रम पर आपत्ति जताई है, जिसके चलते फोपनार मेला समिति को प्रशासन ने पाड़ो की टक्कर कराने की अनुमति नही दी। शाहपुर थाना प्रभारी अखिलेश मिश्रा का कहना है कि मेला समिति को पाड़ा लड़ाने की अनुमति नही दी गई है। यदि फिर भी लड़ाई कराई जाएगी तो आयोजकों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। ज्ञात हो कि हाल ही में शाहपुर में इस मामले में आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है।
विजेता पाड़ों को मिला पुरस्कार
प्रशासन ने इस आयोजन पर पाबंदी लगाई है, लेकिन आधुनिकता के इस युग में भी प्राचीन मनोरंजन के साधनों की प्रासंगकिता के चलते आज भी यह परंपरा (Burhanpur Ka Mela Buffalo fight) बदस्तूर जारी है। सोमवार को मोहना नदी के किनारे पाड़ों की टक्कर कराई गई। यहां मध्यप्रदेश सहित महाराष्ट्र के लोग टक्कर देखने आए थे। इस कार्यक्रम में दर्जनों जोड़ी पाड़ों ने टक्कर में प्रदर्शन दिखाया। यहां किसी पशु मालिक को सिंघम तो किसी को बाहुबली या किसी दूसरे नाम से पहचाना गया। इस दौरान विजेता पाड़ाओं के मालिकों को पुरस्कार भी वितरित किए गए।
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