CM Annadoot Scheme in MP मुख्यमंत्री अन्नदूत युवा योजना को लगी दलालों की नजर,अफसर भी लगा रहे पलीता
CM Annadoot Scheme in MP उमरिया। मध्य प्रदेश सरकर की महत्वाकांक्षी अन्नदूत युवा योजना को दलालों की नजर लग गई है। उधर सरकारी अफसर भी इस योजना में पलीता लगाने पर आतुर हैं। सूबे के बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए मुख्यमंत्री अन्नदूत योजना बनी थी। अब राज्य के कई अफसर इस योजना से युवाओं को बाहर करने की योजना बना रहे हैं। जिले के अधिकारी ओवरलोड के नाम पर युवाओं को किनारे करने में लग गए हैं।
दलालों और अफसरों की मिलीभगत
दरअसल मामला उमरिया जिले के उन गरीबों से जुड़ा है जिनको सरकार की ओर से मुफ्त में अनाज दिया जा रहा है । इस योजना के तहत युवाओं को रोजगार देने के लिए मध्य प्रदेश की सरकार ने घर-घर अनाज पहुंचाने के लिए बेरोजगार युवाओं को गाड़ी मुहैया कराने की बात कही थी। अब इस योजना में दलालों और अफसरों की मिलीभगत से दबंग अपनी-अपनी गाड़ियां लगाने में जुटे हैं। उधर इस योजना में जो सही काम करने वाले लोग हैं उनको पुलिस और प्रशासन के लोग परेशान करने लगे हैं। अफसरों और पुलिस ने मिलकर निर्दोष लोगों की गाड़ियों को इस योजना से बाहर कर दिया है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कही बड़ी बात
मध्य़ प्रदेश में चल रही मुख्यमंत्री अन्नदूत योजना में भारी अयमितता पर पूर्व कैबिनेट मंत्री ने बड़ा बयान दिया है। मौजूदा विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री मीना सिंह ने कहा है कि ''नियम कानून सबके लिए बराबर हैं इसलिए कानून सब पर लागू होना चाहिए'' पूर्व मंत्री ने कहा है कि मामले में लगातार शिकायतें मिल रही है जिससे सरकार की छवि खराब हो रही है।
जिलाधिकारी ने क्या कहा
इस मामले में उमरिया जिले के कलेक्टर से बात की गई तो कलेक्टर का कहना था कि '' हम नियम कानून से बंधे हुए हैं जिस नियम के तहत उन्होंने एग्रीमेंट साइन किया था हम इस एग्रीमेंट के साथ ही काम करवा रहे हैं जल्द से जल्द बीच का रास्ता निकाल लिया जाएगा।''
बेरोजगार युवकों की बढ़ी मुश्कलें
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अन्नदूत योजना के तहत बड़ी संख्या में बेरोजगारों ने गाड़ी निकाल ली। अब सरकारी अफसरों और पुलिस ने उनकी गाड़ियों का पेमेंट रोक दिया है। इसके चलते युवको को घर से पैसे लगाकर लोगं तक अनाज पहुंचाना पड़ रहा है। ऐसे में बैंकों की किस्त भी भरने में नौजवान सक्षम नहीं हो पा रहे हैं। बेरोजगार हुए नौजवानों का कहना है कि अब हमारे सामने जीने मरने की नौबत आ गई है।