Harish Chowdhary: कांग्रेस के नए प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने खुद को बताया नौसिखिया, कहा- राजनीति करने नहीं, सीखने आया हूं
Harish Chowdhary: भोपाल। कांग्रेस को नया प्रदेश प्रभारी दिया गया और उन्होंने आते ही कांग्रेस नेताओं को संदेश देने की कोशिश की है कि वे यहां पर राजनीति करने नहीं बल्कि जो जिम्मेदारी मिली है उसे पूरा करने आए हैं। उन्होंने खुद को नवसिखिया बताया और ये भी कहा कि उनके पास एमपी के लिए कोई रणनीति नहीं है। संगठन को मजबूत करने पर कहा कि सीनियर नेताओं से राजनीति सीखूंगा।
पार्टी की पहली बैठक ली
प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा कि हम लोग जब तक वापस नहीं आएंगे जब तक हम लोग एक-एक गांव जाकर एक-एक शहर जाकर जनता के मुद्दे बाहर लेकर नहीं आएंगे। पार्टी की जो रीति-नीति है, उसे प्रभारी के तौर पर काम नहीं करना। मैं प्रभारी नही सहयोगी के तौर पर काम करने में भरोसा रखता हूं। मेरा प्रयास रहेगा कि आप जो समझाना चाहेंगे मैं समझने की कोशिश करूंगा। महादेव जब बारात लेकर गए तो उन्हें कई लोगो ने कई सलाह दी। लेकिन वे सब लोगो को साथ लेकर ही पार्वती जी के घर पहुंचे आप सभी समझदार हैं।
मैं महादेव का भक्त हूं
नए प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि मैं महादेव का भक्त हूं। इसलिए महादेव का जो सिद्धांत रहा, उसी सिद्धांत पर मैं राजनीतिक करूंगा। जैसे ही एक व्यक्ति सभी भगवान को मानता है वैसे ही आप सभी वर्ग को साथ रखिए। इंसान सिर्फ एक भगवान को नहीं मानता, राजनीति भी बिलकुल वैसी ही हैं। चुनाव लड़ें लेकिन एक भी चुनाव में घर से पैसा नहीं लगा। बड़ी लडाई लडेंगे तो सहयोग के लिए लोग आगे आ जाते हैं। डरने की जरुरत नही है आगे आकर जमकर काम करें। 25 को आदिवासी traning चल रही है।
कई जिले में जाऊंगा। सभी को पूजेंगे किसी को नाराज नही करेंगे। जिस तरह महादेव को पूजा जाता है। मां दुर्गा को भी पूजा जाता है और भी देवी देवताओं को पूजा जाता है तो हम भी किसी को नाराज नहीं करेंगे। उमंग सिंघार बोले - सबने अपनी भावनाएं व्यक्त की। जीत पटवारी ने जातिगत जनगणना की बात बिलकुल सही कही। मैं संगठन से निकला हूं इसलिए मैं दिल से पार्टी के लिए काम करता हूं। अगर किसी मंत्री को जेल भेजना है तो हमें भी पहले जेल जाकर विरोध करना पड़ेगा।
सोशल मीडिया पर बयानबाजी से काम नहीं चलेगा
बैठक में कई तरह की बातों पर ध्यान दिया गया। इसमें कांग्रेस के कमजोर पक्ष और बीजेपी के मजबूत पक्ष को भी एनालिसिस किया गया। यह भी कहा गया कि अगर किसी गांव में कोई राशन कार्ड नहीं बनाता तो भाजपा के कार्यकर्ता उसे लेकर केन्द्र तक पहुंच जाते हैं। अगर हम ऐसा करते हैं तो इसमें उमंग सिंगार की ब्रांडिंग नहीं होगी। यह कांग्रेस कार्यकर्ता की ब्रांडिंग होगी और उसके नाम की ब्रांडिंग है।
कांतिलाल भूरिया बोले कि किसी के यहां पर शादी हो, बच्चा हुआ है, कोई मातम हो, खुशी का माहौल हो सबसे पहले खड़े हो जाओ। गोविंद सिंह ने कहा कि डेढ़ साल हमारी सरकार रही। हम वे काम नहीं कर पाए जो हमें करना था। अब अगर फिर से मौका चाहिए तो सबसे ज़्यादा तेजी से भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाना पड़ेगा। जीतू पटवारी कार्यकर्ताओं से हाथ जोड़कर बोले कि हमें युवाओं को साथ लेकर चलना है। दो महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। विपक्ष की भूमिका निभाना है। पार्टी के लिए मेहनत से काम करना है। अगर BJP से लड़ाई लड़ना है तो जातिगत जनगणना, पक्षपात और जातिवाद मुद्दा प्राथमिकता से उठाना पड़ेगा।
(भोपाल से सरस्वती चंद्र की रिपोर्ट)
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