Dewas Fake SDM: नकली एसडीएम बनकर महिला कर रही थी वसूली, पति के साथ महिला को पुलिस ने दबोचा
Dewas Fake SDM देवास: खुद को एसडीएम बताकर डरा धमका कर अवैध वसूली करने वाले 2 आरोपियों को कांटाफोड़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसमें एक आरोपी महिला और दूसरा पुरुष है। महिला अपने आप को एसडीएम बनकर डराने धमकाने (Extorting Money by Posing as Fake SDM) का काम करती थी। इस महिला ने नयापुरा गांव में चिकन दुकान चलाने वाले से नकली एसडीएम बनकर ₹5000 की अवैध वसूली की है।
नकली एसडीएम बनकर महिला कर रही थी वसूली
नयापुरा घाटी के रहने वाले ने शैतान सिंह पिता गोपाल इवने ने कांटाफोड़ थाना पुलिस को बताया, "14 फरवरी की शाम करीब 5 बजे मैं अपनी दुकान में था। उसी समय एक महिला एवं धीरज राठौर कार से उतरकर मेरी दुकान पर आए। धीरज राठौर ने मुझसे बोला कि गाड़ी में एसडीएम मैडम हैं, तुम अपनी दुकान में गाय का मांस (Dewas Fake SDM) बेचते हो, लाइसेंस बताओ, तो मैंने कहा कि मैं तो मुर्गे का मांस बेचता हूं, जिसका लाइसेंस मेरे पास है। इसके बाद दोनों ने लाइसेंस दिखाने को कहा। लाइसेंस दिखाने पर उन्होंने कहा कि आपके पास मांस बेचने का लाइसेंस है न कि गाय का मांस बेचने का। धीरज राठौर ने मुझसे कहा कि 10 हजार रुपए दो नहीं तो तुमको गाय का मांस बेचने के मामले में थाने में फंसा दिया जाएगा। इसपर मैंने कहा कि मेरे पास पैसे नहीं हैं, मेरा लड़का अर्जुन बाहर है, उसके आने के बाद बात कर लेंगे।"
धमकी देकर पैसे की उगाही
पीड़ित के अनुसार, इसके बाद धीरज राठौर ने उसके लड़के का नंबर लिया और फोन पर बात की। लड़के से भी उसने यही बात कही, जिसके बाद इन लोगों ने उसकी जेब से 5000 रुपए निकाल लिए और धमकी (Chicken shop in Dewas) दी कि पुलिस थाने में रिपोर्ट करने पर गाय का मांस बेचने के आरोप में फंसा देगा। इसके बाद दोनों वहां से चले गए। वहीं, फरियादी की शिकायत पर पुलिस ने धारा 119(1), 351 (3) BNS 3(2)(va) SC/ST Act के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी पति-पत्नी
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोत ने अवैध वसूली करने वाले फरार बदमाशों की जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। एसपी के आदेश पर थाना प्रभारी कांटाफोड़ सुरेखा निंबोदा के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया। विशेष टीम ने भौतिक साक्ष्य, तकनीकी साक्ष्य एवं मुखबिर तंत्र एक्टिव किए। मुखबिर की सूचना पर से 4 मार्च को आरोपी महिला और उसके पति धीरज राठौर को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। देवास के एडिशनल एसपी एच एन बाथम ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा, "पहले यह घटना है हाईवे और शहरी क्षेत्र में होती थी, जहां पर नकली अधिकारी बनकर लोगों के साथ अवैध वसूली की जाती थी। लेकिन, अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी भोले भाले ग्रामीणों को अधिकारी बनकर लूट का शिकार बनाया जा रहा है। फिलहाल इस पूरे मामले में आरोपी से पूछताछ जारी है।"
(देवास से अमित शर्मा की रिपोर्ट)
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