Digital Arrest Awareness: सायबर फ्रॉड से बचाने के लिए जबलपुर पुलिस खास पहल, सायबर जागरुकता रथ के लिए एसपी ने दिखाई हरी झंडी
Digital Arrest Awareness: जबलपुर। जिले सहित देश में तेजी से बढ़ती सायबर ठगी और डिजिटल अरेस्ट की घटनाओं ने एक ओर जहां आम इंसानों को भयभीत कर दिया, वहीं पुलिस को भी चिंता में डाल दिया। जबलपुर पुलिस शहर में बीते कुछ समय में तेजी से बढ़ते सायबर अपराधों से काफी चिंतित हो उठी। पुलिस ने स्कूली छात्र-छात्राओं को सायबर जागरूकता के लिए कार्यशालाओं के आयोजन करवाए। शहर वासियों के लिए सायबर जागरूकता के लिए प्रदर्शनी लगवाईं। अब घर-घर और गली-चौराहों तक जागरूकता पहुंचाने में जुट गई है।
सायबर जागरुकता रथ की शुरूआत
जबलपुर पुलिस ने ज्यादा से ज्यादा आम नागरिकों को सायबर ठगी और डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest Awareness) जैसे मामलों में जागरूकता बढ़ाने के लिये विशेष पहल करते हुए रविवार को सायबर जागरुकता रथ की शुरूआत की। संस्कारधानी के आम नागरिकों को सायबर जालसाजों से सुरक्षित रखने के लिए जबलपुर पुलिस ने एक अनूठी पहल की। जबलपुर एसपी संपत उपाध्याय ने रविवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर में बने सायबर सेल दफ्तर से समूचे शहर में भ्रमण के लिये सायबर जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
शहरवासियों को करेंगे जागरुक
सायबर जागरूकता रथ शहर के सभी प्रमुख चौक चौराहों से लेकर पॉश कालोनियों एवं बस्तियों में भी भ्रमण करेगा। इससे ज्यादा से ज्यादा शहरवासी इस रथ के जरिए प्रचारित साइबर ठगी से बचाव की जानकारियां हासिल कर सकेंगे। इसके जरिए लोगों को सायबर ठगी से बचने के तरीकों की जानकारी के साथ-साथ यदि ऐसी कोई घटना किसी व्यक्ति या उसके नजदीकी रिश्तेदार के साथ हुई तो वह तत्काल क्या करें, इसके लिये हेल्प लाइन नंबर को प्रचारित किया जा रहा है।
साउंड सिस्टम से प्रचार-प्रसार
एसपी संपत उपाध्याय के मुताबिक सायबर अपराधों को रोकने की दिशा में यह रथ बेहद अहम साबित होगा। इसमें कई विशेष इंतजाम किए गए। जागरूकता रथ में साउंड सिस्टम है। स्पीकर के माध्यम से सायबर सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियां लगातार प्रसारित की जा रही हैं। रथ पर लगे पोस्टर्स में ’डिजिटल अरेस्ट धोखा है’ जैसे प्रभावी स्लोगन लिखे गए हैं। पुलिस का उद्देश्य लोगों को सायबर अपराधियों के ठगी के तरीकों से अवगत कराना और उनसे बचने के उपाय बताना है।
डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाने वालों पर वार
पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय का कहना है कि सायबर अपराधी अक्सर खुद को विभिन्न जांच एजेंसियों का कर्मचारी बताकर लोगों को डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाते हैं। ऐसे सायबर ठग लोगों की मेहनत की कमाई हड़प लेते हैं। सायबर अपराधों से बचाव का सबसे कारगर तरीका जागरूकता है। यही जागरूकता ही सायबर ठगों पर वार करेगा। इसी उद्देश्य से यह सायबर रथ शहर में लोगों को शिक्षित करेगा। यह लोगों को सतर्क करने के साथ-साथ धोखाधड़ी से बचने में भी मदद करेगा।
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