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Digital Arrest Jabalpur: बुजुर्ग दंपत्ति को 3 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट कर ठगे करीब 12 लाख रूपए

Digital Arrest Jabalpur: जबलपुर। साइबर ठगों ने जबलपुर में एक बुजुर्ग दम्पत्ति को 3 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखकर पौने 12 लाख रूपए ठग लिए।
03:20 PM Dec 09, 2024 IST | Dr. Surendra Kumar Kushwaha

Digital Arrest Jabalpur: जबलपुर। साइबर ठगों ने जबलपुर में एक बुजुर्ग दम्पत्ति को 3 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखकर पौने 12 लाख रूपए ठग लिए। शातिर ठगों ने खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया और रिटायर्ड बुजुर्ग को मनी लांड्रिंग के केस में जेल भेजने की धमकी दी। उन्हें इतना डराया कि वह दहशत में आ गए। पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए ठगों ने दिये गए अकाउंट में जुर्माना राशि के नाम पर रूपए डालने को कहा। बुजुर्ग ने 11 लाख 75 हजार रूपए ट्रांसफर कर दिए। हालांकि, बाद में अहसास हुआ कि वह ठगी के शिकार हुए तो रांझी थाना पहुंचकर मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई।

दिल्ली क्राइम ब्रांच के अफसर बनकर की ठगी

जबलपुर की ग्रे आयरन फाउंड्री (जीआइएफ) से फोरमैन के पद से रिटायर हुए संजय नगर जेडीए कॉलोनी निवासी एन्थोनी और उनकी पत्नी एग्रेश नीना पॉल जालसाठ ठगों के शिकार बन 11 लाख 75 हजार रूपए गवां बैठे। दरअसल, ठगों ने वाट्सएप कॉल के जरिए इन्हें निशाने पर लिया। सबसे पहले नीना को 1 दिसम्बर को फोन कर दिल्ली क्राइम ब्रांच में मनी लांड्रिंग केस की जांच की बात कहते हुए गिरफ्तार करने की धमकी दी। डरी सहमी नीता पॉल जैसे ही पति एंथोनी को फोन कॉल के बारे में जानकादी दे रही थी।

तभी एंथोनी के वाट्सएप पर वीडियो कॉल आया, जिसमें पुलिसवर्दी पहने एक आदमी ने खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया। वीडियों कॉल में फर्जी अफसर ने कई तरह के आरोप लगाते हुए एंथोनी और नीला पॉल को धमकाते हुए डिजिटल अरेस्ट कर लिया। फोन काटने और फोन की स्क्रीन छोड़कर कहीं न जाने की धमकी देते हुए ठग ने जुर्माना के तहत दिए गए अकांउट पर रूपए भेजने को कहा और चेतावनी दी कि किसी को कुछ बताया तो उनकी गिरफ्तारी वारंट जारी कर देंगे।

घर से बाहर निकलने से किया मना

डिजिटल अरेस्ट एंथोनी और नीना पॉल को ठगों ने डराते हुए तत्काल रूपए भेजने को कहा। साइबर ठगों को असली पुलिस अधिकारी मानते हुए डरे पॉल दम्पत्ति ने उन्हें समझाया कि रविवार को बैंक बंद होने से वह रूपए ट्रांसफर नहीं कर सकते। तब साइबर ठग ने एक दिन का समय देते हुए किसी से भी मिलने-जुलने पर रोक लगा दी। 2 और 3 दिसंबर 2024 को भारतीय स्टेट बैंक, मस्ताना चौक शाखा से क्रमशः 1.75 लाख रुपये और 10 लाख रूपए, कुल 11.75 लाख रूपए आरोपियों के बताए गए बैंक खातों में NEFT के जरिए ट्रांसफर कर दिए। इसके बावजूद आरोपियों ने और पैसे की मांग की और 5 दिसंबर तक इस तरह की धमकियां जारी रखी।

फोन आने बंद हुए तो हुआ ठगी का अहसास

फर्जी पुलिस अफसरों ने एंथोनी और नीता को 1 दिसम्बर से 3 दिसम्बर तक डिजिटल अरेस्ट कर फर्जी मनी लांड्रिंग केस में फसाने और गिरफ्तारी कर डर दिखाकर पौने 12 लाख रूपए की ठगी को अंजाम दे डाला। लेकिन, बुजुर्ग दम्पत्ति को इसका अहसास तक नहीं हुआ। जब ठगों के अचानक कुछ दिनों से फोन आना बंद हुए और इस संबंध में आस-पास के लोगों से आए दिन ऐसी ठगी होने की बातें सुनी तो उन्होंने रांझी थाने पहुंचकर पूरा वाक्या पुलिस अधिकारी को बताया।

रांझी थाना प्रभारी मानस द्विवेदी के मुताबिक बुजुर्ग दम्पत्ति के साथ ठगी की वारदात हुई है। पुलिस ने धोखाधड़ी, आइटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस उन नम्बरों को भी खंगाल रही, जिन नम्बरों से फोन कॉल आए और बैंक ट्रांजेक्शन वाले बैंक खातों की डिटेल निकलवा कर पड़ताल की बात कह रही है।

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