Mandla Road Accident: NH30 पर सड़क दुर्घटना में दो की मौत, आक्रोशित ग्रामीणों ने लगाया जाम
Mandla Road Accident: मंडला। बुधवार सुबह मंडला जिले में एनएच 30 में पदमी चौराहे के नजदीक एक ट्रक आगे चल रहे दूसरे ट्रक से टकरा गया। इस सड़क दुर्घटना में ड्राइवर और क्लीनर की मौत हो गई। दुर्घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीण हाइवे पर ही धरने पर बैठ गए जिससे हाइवे जाम हो गया। प्रशासन की समझाइश करने के बाद 7 घंटे बाद धरना समाप्त हुआ और जाम खुल गया।
दो ट्रकों के बीच हुई भिड़ंत
स्थानीय लोगों ने बताया कि जबलपुर की ओर जा रहा एक ट्रक पदमी चौराहे के नजदीक स्पीड ब्रेकर में जैसे ही धीमा हुआ। पीछे से आ रहा लोहे के चैनल लोड वाला एक अन्य ट्रक उससे भिड़ गया। इस भिड़ंत (Mandla Road Accident) के बाद पीछे के ट्रक ड्राइवर और क्लीनर ट्रक में ही फंस कर रह गए। प्राथमिक तौर पर स्थानीय लोगों ने बचाव कार्य शुरू किया। लेकिन जब उन्हें सफलता नहीं मिली तब एसडीईआरएफ को बुलाया गया। एसडीईआरएफ की मदद से दोनों को निकाल कर अस्पताल पहुंचाया गया जहां कल्याण सिंह यादव (35) निवासी ललितपुर झांसी उप्र को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं बलवीर सिंह (32) की गंभीर अवस्था को देखते हुए मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। लेकिन उसे जब तक मेडिकल कॉलेज ले जाया जाता, उसकी भी मौत हो गई।
7 घंटे से ज्यादा रहा एनएच जाम
इस दुर्घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने नेशनल हाइवे पर ही धरना दे दिया जिससे हाइवे जाम हो गया और दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। ग्रामीणों का कहना था कि हाइवे बनने के बाद से ही पदमी चौराहा पर लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं जिनमें अनेक लोगों की जानें जा रही हैं। ग्रामीण हाइवे में फ्लाई ओवर निर्माण, मार्ग से अतिक्रमण हटाने और हाइवे से जुड़े मार्गों के चौड़ीकरण की मांग कर रहे थे।
अधिकारियों ने दिया लिखित आश्वासन
हाइवे में लगे जाम को देखते हुए एसडीएम सोनल सिडाम, एसडीओपी पीयूष मिश्रा सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने ग्रामीणों से बात कर उन्हें समझाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण सभी मांगों की वरिष्ठ अधिकारी से लिखित स्वीकृति की मांग पर अड़े रहे। जिसके बाद मौके पर एडीएम राजेन्द्र सिंह, संयुक्त कलेक्टर अरविंद सिंह, एएसपी अमित वर्मा पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से बात कर फ्लाई ओवर के प्रस्ताव की प्रति उपलब्ध कराई, साथ ही अन्य मांगों के संबंध में लिखित आश्वासन भी दिया। लेकिन ग्रामीण धरने से हटने को तैयार नहीं थे। इसके बाद पुलिस और प्रशासन ने सख्त तेवर दिखाए तब जाकर धरना खत्म हुआ और सड़क दुर्घटना (Mandla Road Accident) के बाद सुबह 6 बजे से चला आ रहा जाम करीब 7 घंटे के बाद करीब दोपहर एक बजे समाप्त हुआ।
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