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ED Raid Jabalpur: आरटीओ के करोड़पति कांस्टेबल के रिश्तेदार रोहित तिवारी के घर ईडी की छापेमारी, हुए बड़े खुलासे

भोपाल और ग्वालियर में आरटीओ के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा के ठिकाने से करोड़ों की नगदी और सोने की बरामदगी के बाद अब इस मामले में जबलपुर का कनेक्शन भी जुड़ गया है।
05:24 PM Dec 27, 2024 IST | Dr. Surendra Kumar Kushwaha

ED Raid Jabalpur: जबलपुर। भोपाल और ग्वालियर में आरटीओ के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा के ठिकाने से करोड़ों की नगदी और सोने की बरामदगी के बाद अब इस मामले में जबलपुर का कनेक्शन भी जुड़ गया है। जबलपुर में सौरभ शर्मा की ससुराल है, जिसकी वजह से जबलपुर इस जांच के दायरे में बेहद हम कड़ी माना जा रहा है। शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सौरभ शर्मा के करीबी रिश्तेदार बिल्डर रोहित तिवारी के घर व अन्य ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है। यह छापेमारी पूर्व आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा के खिलाफ की गई कार्रवाई का ही हिस्सा बताया जा रहा है। ग्वालियर में भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई हुई है। सूत्रों के मुताबिक ईडी की अलग-अलग टीमों ने एक साथ तीनों शहरों में छापे मारे हैं।

जबलपुर में सौरभ शर्मा की सुसराल, छापे का सीधा संबंध

जबलपुर में छापेमारी कार्रवाई में कई अहम दस्तावेज मिले हैं। यह कारवाई जबलपुर में शास्त्री नगर स्थित बिल्डर रोहित तिवारी के घर पर भोपाल से आई ईडी की टीम द्वारा की जा रही है। जबलपुर में सौरभ शर्मा का ससुराल होने के कारण ईडी के छापे (ED Raid Jabalpur) की कार्रवाई बेहद अहम है। चर्चा है कि ईडी के अफसरों ने रोहित के ससुराल में परिवार के सदस्यों से पूछताछ भी की है। सौरभ ने अपनी पत्नी दिव्या के भाई शुभम तिवारी के नाम से करोड़ों का निवेश किया है।

इसके अलावा दोस्त चेतन सिंह गौर और बहनोई रोहित तिवारी के नाम भी निवेश का पता चला है। ईडी की टीम इसकी पड़ताल में जुटी है। सौरभ शर्मा ने 2012 में कंस्ट्रक्शन कंपनी- ओमेगा रियलकॉन प्राइवेट लिमिटेड बनाई थी। इसमें चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल डायरेक्टर जबकि रोहित तिवारी को एडिशनल डायरेक्टर बना जिसके जरिए करोड़ों के प्रोजेक्ट पर काम करने की जानकारी मिली है।

प्रेस लिखे वाहनों से पहुंची ईडी की टीम, कई अहम दस्तावेज मिले

ईडी की टीम के छापे की खबर लीक न हो, इसके लिए भोपाल से प्रेस लिखे वाहनों में टीम अचानक ही सीधे रोहित तिवारी के घर जा पहुंची। वाहनों पर प्रेस लिखा होने से किसी को भी ईडी टीम के जबलपुर पहुंचने की भनक तक नहीं। खबर है कि छापे के दौरान जांच टीम को कई अहम दस्तावेज भी मिले हैं, जिनकी जांच के बाद कैच ऑफ़ आने वाले खुलासे होने की संभावना है।

छापे के दौरान सीआरपीएफ, लोकल पुलिस बल तैनात

ईडी की छापेमारी (ED Raid Jabalpur) के दौरान रोहित तिवारी के घर के अंदर और बाहर पुलिस बल तैनात रहा। इस दौरान किसी भी बाहरी व्यक्ति को जांच के दौरान घर में दाखिल होने की इजाजत नहीं दी गई। छापामार कार्रवाई में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रोहित तिवारी के आवास के बाहर स्थानीय पुलिस के साथ साथ सीआरपीएफ जवानों को तैनात किया गया है। ईडी की टीम परिवार के सभी सदस्यों से कंस्ट्रक्शन कंपनी सहित अन्य मामलों पर पूछताछ करने में जुटी हैं।

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