Saila Dance MP: मंडला में सामूहिक सैला नृत्य का आयोजन, 1521 नर्तक लोकगीत की धुन पर थिरके
Saila Dance MP: मंडला। मध्य प्रदेश के मंडला में जनजाति गौरव दिवस पर शुक्रवार को सामूहिक सैला नृत्य का आयोजन किया गया। एकलव्य विद्यालय परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में 1521 नृतक शामिल हुए। प्रशासन का कहना है कि इसके पूर्व कभी भी इतने नृतकों ने एक साथ सैला नृत्य नहीं किया है। इसे गिनीज बुक में दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी।
मंत्री भी हुई नृत्य में शामिल
सैला नृत्य के इस आयोजन में पीएचई मंत्री संपतिया उइके भी शामिल हुई। इस अवसर पर पारंपरिक वेशभूषा में मंत्री संपतिया, कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने ढोलक गले में धारण कर एसपी रजत सकलेचा, सीईओ श्रेयांश कूमठ सहित अन्य अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और सैला नृतकों के साथ जमकर सैला नृत्य (Saila Dance MP) किया।
#JanjatiyaGauravDiwas : मंडला में सामूहिक सैला नृत्य का आयोजन, पीएचई मंत्री के साथ लोकगीत की धुन 1500 से अधिक नृतक थिरके
जनजातीय गौरव दिवस पर शुक्रवार को मंडला में सामूहिक सैला नृत्य का आयोजन किया गया। एकलव्य विद्यालय परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में 1521 नर्तक शामिल हुए। इसे… pic.twitter.com/pDaq4sTclz— MP First (@MPfirstofficial) November 15, 2024
क्या है सैला नृत्य
सैला नृत्य एक लोक नृत्य है जो मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के आदिवासी समाज में काफी प्रचलित है। यह आमतौर पर फसल के बाद के मौसम में किया जाता है और फसल के पकने और मौसम के बदलने का प्रतीक माना जाता है। इस लोकनृत्य (Saila Dance MP) में आसपास के कई इलाकों के आदिवासी लोग भाग लेने के लिए आते हैं और नृत्य के जरिए अपनी भावनाओं का प्रदर्शन करते हैं।
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