आखिर ग्वालियर आगरा हाई स्पीड कॉरिडोर क्यों है इतना खास, जिसके लिए अडानी समेत 10 कंपनियों ने लगाई है बोली

Gwalior Agra High speed Corridor ग्वालियर: मध्य प्रदेश के ग्वालियर से उत्तर प्रदेश के आगरा तक प्रस्तावित हाई स्पीड कॉरिडोर के लिए 60 से अधिक गांवो की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा इन गांव की तकरीबन 550 हेक्टेयर जमीन इस कॉरिडोर...
आखिर ग्वालियर आगरा हाई स्पीड कॉरिडोर क्यों है इतना खास  जिसके लिए अडानी समेत 10 कंपनियों ने लगाई है बोली

Gwalior Agra High speed Corridor ग्वालियर: मध्य प्रदेश के ग्वालियर से उत्तर प्रदेश के आगरा तक प्रस्तावित हाई स्पीड कॉरिडोर के लिए 60 से अधिक गांवो की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा इन गांव की तकरीबन 550 हेक्टेयर जमीन इस कॉरिडोर को बनाने के लिए अधिग्रहण की जाएगी इस कॉरिडोर की बनने के बात ग्वालियर और आगरा के बीच की दूरी तकरीबन 32 किलोमीटर तक कम हो जाएगी और दोनों शहरों के बीच सफर करने में 1 घंटे के से भी कम समय की भी बचत होगी

60 से अधिक गावों की जमीन का होगा अधिग्रहण

88 किलोमीटर लंबा आगरा ग्वालियर कॉरिडोर पूरी तरह से एक्सेस कंट्रोल होगा। इससे नॉर्थ साउथ कॉरिडोर NH- 44 के आगरा ग्वालियर क्षेत्र में ट्रैफिक क्षमता दोगुनी से ज्यादा बढ़ जाएगी। सरकार का ऐसा अनुमान है कि इस कॉरिडोर (Gwalior Agra High speed Corridor) से आगरा और ग्वालियर की बीच की दूरी 7% और यात्रा का समय 50% कम हो जाएगा, जिससे लॉजिस्टिक लागत में काफी कमी आएगी।

Gwalior Agra High speed Corridor

कहां-कहां से गुजरेगी हाई स्पीड कॉरिडोर

बता दें कि, ग्वालियर आगरा हाई स्पीड कॉरिडोर मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की 60 से अधिक गांव से होकर गुजरेगा। इसके लिए 60 से अधिक गांव कि जमीन का अधिग्रहण भी किया जाएगा। इस कॉरिडोर की शुरुआत ग्वालियर मुरैना के बॉर्डर पर स्थित सुसेरा गांव में रायरू झांसी बायपास से होगी। यहां से कॉरिडोर शनि मंदिर रोड के गांव उराहना, पिपरसेवा से होते हुए मुरैना एवं धौलपुर की बक्सपुरा से होकर आगरा देवी गांव तक जाएगा। इस कॉरिडोर के लिए ग्वालियर की एक, मुरैना की 32, धौलपुर की 18 और आगरा की 15 गांव की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।

कॉरिडोर के लिए अडानी सहित 10 कंपनियों ने लगाई बोली

ग्वालियर और आगरा के बीच बनने वाले इस हाई स्पीड कॉरिडोर के लिए अडानी ग्रुप समेत 10 और कंपनियों ने बोली लगाई है। इसमें इंफ्रास्ट्रकर डेवलपर्स पीएनसी इंफ्राटेक, दिलीप बिल्डकॉन, डी आर अग्रवाल इंफ्राकॉन, जीआर इंफ्राप्रोजेक्ट्स, एमकेसी इंफ्रास्ट्रकर, वेलस्पन इंटरप्राइजेज और गवार इंफ्रा शामिल हैं। 88 किलोमीटर लंबी बनने वाले आगरा ग्वालियर कॉरिडोर पूरी तरह से एक्सिस कंट्रोल होगा।

4.42 करोड़ लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार

बता दें कि, अगस्त 2024 में केंद्रीय कैबिनेट ने आगरा ग्वालियर कॉरिडोर (Agra Gwalior Corridor) सहित आठ नेशनल हाई स्पीड कॉरिडोर प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी थी। इन प्रोजेक्ट्स की कुल लंबाई 936 किलोमीटर की है और इसकी कुल लागत 50,655 करोड़ रुपए है। इस प्रोजेक्ट्स से करीब 4.42 करोड़ लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर मिलने का भी अनुमान लगाया जा रहा है।

ताजमहल और ग्वालियर फोर्ट की कनेक्टिविटी होगी बेहतर

हाई स्पीड बनाने वाला यह प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश (ताजमहल आगरा फोर्ट) और मध्य प्रदेश (ग्वालियर फोर्ट) के प्रमुख पर्यटन स्थलों की कनेक्टिविटी (Gwalior Fort Agra Taj Mahal) को बेहतर करेगा। सिक्स लेन वाला यह एक्सेस कंट्रोल्ड आगरा ग्वालियर ग्रीनफील्ड हाईवे आगरा के गांव देवरी से शुरू होकर ग्वालियर की सुसेरा तक जाएगा। इस प्रोजेक्ट में मौजूद आगरा ग्वालियर सेकशन NH-44 पर ओवरले और स्ट्रेथनिंग और अन्य रोड सेफ्टी एवं सुधार के काम भी शामिल होंगे।

(ग्वालियर से सुयश शर्मा की रिपोर्ट)

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