Gwalior Cylinder Blast: घरेलू सिलेंडर से बार-बार गैस लीक कर बना रहे थे रील, वीडियो बनाते समय हुआ सिलेंडर ब्लास्ट, देवर की मौत और भाभी की हालत गंभीर

Gwalior Cylinder Blast: ग्वालियर। शहर के गोला का मंदिर स्थित लेगेसी प्लाजा के L1 फ्लैट में हुए ब्लास्ट के बाद झुलसे अनिल राणा ने दम तोड़ दिया है।
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Gwalior Cylinder Blast: ग्वालियर। शहर के गोला का मंदिर स्थित लेगेसी प्लाजा के L1 फ्लैट में हुए ब्लास्ट के बाद झुलसे अनिल राणा ने दम तोड़ दिया है। इसके साथ हादसे में झुलसी भाभी रंजना राणा की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। यह हादसा 5 मार्च को रात 2:30 बजे हुआ था। ब्लास्ट में हुए हादसे के बाद इस बात का खुलासा हुआ था कि रंजना ने अपनी करीबी रिश्तेदार अनिल को मिलने के लिए बुलाया था।

गैस लीक कर बना रहे थे वीडियो

रात करीब 11:00 बजे से 2:00 तक वह बार-बार घरेलू सिलेंडर से गैस को लीक कर सोशल मीडिया रील के लिए वीडियो शूट कर रहे थे। 3 घंटे में करीब 7 किलो गैस फ्लैट में भर चुकी थी। इसी समय वहां वेक्यूम क्रिएट हुआ और लाइट जलाते ही ब्लास्ट हो गया। ब्लास्ट के बाद गंभीर हालत में घायल हुए अनिल राणा को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां आज उसकी मौत हो गई। गोला का मंदिर पुलिस तत्काल अस्पताल पहुंची और शव को अपनी निगरानी में ले लिया। यहां मृतक अनिल के परिजनों द्वारा रंजना पर अनिल को ब्लैकमेल कर बुलाने का आरोप भी लगाया है।

Gwalior Cylinder Blast

रंजना की हालत नाजुक

5 मार्च की रात फ्लैट में हुई ब्लास्ट के बाद रंजना और अनिल बुरी तरीके से झुलस गए थे। यह फ्लैट रंजना के द्वारा 6 माह पूर्व ही खरीदा गया था। कुछ दिन पहले ही इस फ्लैट को किराएदार खाली करके गए थे जबकि घायल रंजना इस फ्लैट के सातवीं मजिल पर रहती हैं। फ्लैट में हुए ब्लास्ट के बाद (Gwalior Cylinder Blast) रंजना 80% झुलस गई थीं। जबकि, अनिल 95% झुलझ गया था। डॉक्टरों का कहना है कि रंजना की हालत भी दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। पुलिस को आरोपियों के मोबाइल से कुछ और नई जानकारी भी मिली। 80% तक जल चुकी रंजना की मोबाइल से पुलिस के द्वारा अब तक 23 वीडियो जप्त किए गए।

Gwalior Cylinder Blast

कई नई जानकारियां आई सामने

मोबाइल  17 वीडियो 30 से 40 सेकंड के भी मिले। जबकि, 6 वीडियो 15 से 20 सेकंड के बनाए गए। घटना वाली रात 11:00 से 2:00 बजे तक 3 घंटे में 30 वीडियो शूट किए गए थे। इन वीडियो में दुआ और बादल दिखाने के लिए 3 घंटे में 7 किलो एलपीजी सिलेंडर से निकाल दी गई। क्योंकि, फ्लैट के सभी खिड़की और दरवाजे बंद थे जिस कारण 7 किलो गैस से वेक्यूम क्रिएट हुई और जैसे ही लाइट ऑन की ब्लास्ट हो गया। सिलेंडर से धीरे-धीरे गैस लीक करने का तरीका अनिल ने इंटरनेट से सीखा था। इसका इस्तेमाल वह तीन से चार बार पहले भी कर चुका था लेकिन वहां खुली जगह होने के कारण ऐसा हादसा नहीं हुआ।

मरने से पहले अनिल ने दी जानकारी

मरने से पहले अनिल ने अपने बयान में पुलिस को यह बताया था कि रंजना को एक ऐसा वीडियो शूट करना था, जिसमें वह धुएं के बीच से निकल रही है। हल्के बादले नजर आ रहे हैं। कुछ समय पहले ही गैस को लीक कर अनिल के द्वारा एक ऐसा वीडियो शूट किया था। उसने ही यह आइडिया रंजना को दिया था। जिसके बाद उन्होंने तय किया कि रात को सभी के सो जाने के बाद इस तरह की वीडियो शूट कर लेंगे। वे नहीं जानते थे कि परफेक्ट वीडियो बनाने के चक्कर में इतनी गैस भर जाएगी और इतना जबरदस्त ब्लास्ट हो जाएगा।

(ग्वालियर से सुयश शर्मा की रिपोर्ट)

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