Gwalior News: एक्सीडेंट में गई याद्दाश्त वापस आने पर नेपाल के राजू को घर पहुंचने में कई बाधाएं
Gwalior News: ग्वालियर। इंसान को पेट की भूख कहां से कहां ले जाती है, कुछ कह नहीं सकते? ऐसा ही एक मामला ग्वालियर में भी देखने को मिला। रोजी-रोटी कमाने आए नेपाल के दो लोगों का एक्सीडेंट हो गया। उसमें उनकी याददाश्त चली गई और वे सब कुछ भूल गए। अब घर वापसी में देश की सीमा बाधा बन रही है।
याददाश्त लौटी तो घर का पता बताया
नेपाल में रहने वाले गोपाल डूमरे काम के सिलसिले में 3 साल पहले भारत आए थे। तभी अचानक एक रेल हादसे में वे गंभीर रूप से घायल हो गए। वह इस हादसे में अपनी याददाश्त भी भूल गए थे। शुरुआत में ग्वालियर के JAH हॉस्पिटल में इनका उपचार कराया गया। बाद में उन्हें जब कोई भी लेने नहीं आया तो उन्हें ग्वालियर के स्वर्ग सदन की टीम अपने साथ ले गई।
स्वर्ग सदन में लगातार 1 साल उनकी बेहतर देखभाल और लगातार काउंसलिंग के बाद वह अपने परिवार का पता भी बता पाए। अब टीम उन्हें घर पहुंचना चाहती है लेकिन इसमें दो देशों की सीमा उनकी पत्नी और बच्चों से मिलने में बाधा बन रही है। नेपाल के गोपाल काम के सिलसिले में ही 2022 में आए थे। जीआरपी को 7 मार्च 2022 को बानमोर के पास रेलवे ट्रैक पर गंभीर हालत में मिले थे।
घर जाने का है इंतजार
गोपाल की काउंसलिंग उनकी भाषा समझने वाले राजू ने की। उन्होंने काउंसलिंग में नेपाल में अपने घर का पता बताया। विदेश मंत्रालय से संपर्क कर गोपाल को नेपाल भेजने के लिए पत्र भी लिखा गया लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से कोई संतोषजनक जवाब नहीं आया। ऐसे में वह ऑनलाइन ही परिवार वालों से बातचीत कर अपना समय व्यतीत कर रहे हैं।
(ग्वालियर से सुयश शर्मा की रिपोर्ट)
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