Gwalior Pitra Tarpan: तर्पण करने गए जीजा-साले तिघरा नदी के बहाव में फंसे, घंटों तक लटके रहे पेड़ पर, ऐसे बची जान

Gwalior Pitra Tarpan: ग्वालियर। श्राध्द पक्ष की शुरूआत हो चुकी है और इन दिनों कई लोग अपने पितृों का तर्पण करने नदी पर जाते हैं। पितृ तर्पण करने का ऐसा ही एक मामला जिले से सामने आया है। यहां तिघरा...
gwalior pitra tarpan  तर्पण करने गए जीजा साले तिघरा नदी के बहाव में फंसे  घंटों तक लटके रहे पेड़ पर  ऐसे बची जान

Gwalior Pitra Tarpan: ग्वालियर। श्राध्द पक्ष की शुरूआत हो चुकी है और इन दिनों कई लोग अपने पितृों का तर्पण करने नदी पर जाते हैं। पितृ तर्पण करने का ऐसा ही एक मामला जिले से सामने आया है। यहां तिघरा नदी पर पितरों का तर्पण करने पहुंचे जीजा-साले अचानक नदी के तेज बहाव में फंस गए। दोनों एक पेड़ के सहारे करीब दो घंटे तक फंसे रहे।

दोनों ने मदद के लिए काफी आवाज लगाई लेकिन आस-पास कोई नहीं होने की वजह से उन्हें सुनने वाला भी कोई नहीं था। पानी का बहाव बढ़ता जा रहा था और मौत का डर उनकी आंखों में दिख रहा था। दो घंटे तक जीजा-साले एक पेड को पकड़े खड़े रहे और मदद के लिए प्रार्थना करने लगे।

गश्त के लिए निकले पुलिसकर्मी की पढ़ी नजर

ग्वालियर में बारिश के बीच जब तिघरा बांध के 7 गेट खोले गए हैं। इसलिए पुलिसकर्मी पानी के बहाव के कारण गश्त कर रहे थे। गश्त के दौरान नदी के किनारे जा रहे थे कि तभी उनकी नजर एक कार पर पड़ी जो पानी के बहाव के करीब थी। कार कभी भी पानी के बहाव में आकर बह सकती थी। कार देखकर उनका माथा ठनका और आस-पास सर्चिग शुरू की। तलाश में उनकी टीम सचिंग करते हुए कुछ आगे पहुंची तो पानी के बहाव के दूसरी तरफ दो युवक पानी में फंसे थे और एक पेड़ से लटके हुए थे। उनकी जान खतरे में देखकर एनडीआरएफ की टीम को सूचना देकर पुलिस जवान उनके साथ बचाव में जुट गए।

आंखों से बहे आंसू

पानी का बहाव काफी तेज होने के कारण उन तक मदद पहुंचाना मुश्किल था। इसके बाद पुलिस ने केबल की व्यवस्था की और दो पुलिस जवानों को केबल की मदद से दूसरी तरफ पहुंचाया। एक-एक कर दोनों युवकों को बाहर निकाला गया। बाहर आते ही दोनों युवक जमीन पर गिर गए और कुछ देर चुपचाप रहने के बाद हंसने लगे और उनकी आंखों से आंसू झर-झर बहने लगे।

मिला दूसरा जीवनदान

पुलिस को युवकों ने अपने नाम संजीव शिंदे निवासी नेहरू पेट्रोल पंप के पास तथा दूसरे ने अपना नाम अमित पटनायक बताते हुए कहा कि वह आपस में जीजा-साले हैं। वह यहां पर तर्पण करने आए थे और तर्पण करते समय अचानक पानी का बहाव बढ़ गया और वे फंस कर रह गए। दो घंटे के करीब वह पेड़ पर लटके रहे और मदद के लिए आवाज लगते रहे। वही पुलिस के आने से उनकी जान बच गई। अगर समय पर पुलिस नहीं आती तो उनकी जान चली जाती। एक तरह से उनको यह नया जीवन मिला है।

यह भी पढ़ें: Shivpuri Crime News: शिक्षक के चांटों की बौछार से फट गया छात्र के कान का पर्दा, ग्रामीणों ने किया स्कूल का घेराव

यह भी पढ़ें: Bulldozer Action: बुलडोजर एक्शन पर रोक के निर्णय का जयवर्धन सिंह ने किया स्वागत, दिया बड़ा बयान

Tags :

.