Heavy Rain Alert in MP: 36 जिलों में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी, आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना
Heavy Rain Alert in MP भोपाल: मानसून से मध्य प्रदेश के अधिकांश क्षेत्र को कवर कर लिया है। मानसून के दस्तक देने के साथ ही प्रदेश के कई जिलों में झमाझम बारिश हो रही है। कई शहरों में मानसून की पहली बारिश ने ही प्रशासन की पोल खोलकर रख दिया है। बारिश के चलते कई शहरों में पानी लबालब भर गया है। घरों में पानी घुसने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। वहीं, मानसून की बारिश से किसानों ने राहत की सांस ली है।
इन जिलों में भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों प्रदेश के 36 जिलों में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान कई इलाकों में आंधी के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है। हालांकि, सिंगरौली और सीधी के कुछ इलाकों को अभी मानसून के लिए इंतजार करना होगा। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, रायसेन, राजगढ़, मंदसौर, नर्मदापुरम, सीहोर, विदिशा, देवास, आगर-मालवा, शाजापुर, रतलाम, नीमच, हरदा और बैतूल जिले में भारी बारिश होने की संभावना है।
देशभर में हीटवेव से राहत
दरअसल, मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल पाकिस्तान में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस ( पश्चिमी विक्षोभ) की वजह से ट्रफ लाइन बन रही है। वहीं, गुजरात और राजस्थान में भी चक्रवात दिखाई दे रहा है। इस चक्रवात से बन रही ट्रफ लाइन बिहार तक पहुंच रही है।कई राज्यों में मानसून के दस्तक देने के साथ ही देश में विभिन्न हिस्सों में हीटवेव से लोगों को राहत मिली है। हालांकि, मानसून में न केवल बारिश कम दर्ज की गई है, बल्कि इस दौरान कई इलाकों में गर्मी ( अधिकतम तापमान) में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई।
मानसून सीजन में सामान्य से काम बारिश
मौसम विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, जून खत्म होने में अब महज 2 दिन शेष हैं। वहीं, देश में अब तक सामान्य से 19 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। आंकड़ों के मुताबिक ऐसा लगातार तीसरा है, जब सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। आंकड़ों के अनुसार, 10 साल में 6 बार जून में बारिश (Heavy Rain Alert in MP) सामान्य से कम, एक बार सामान्य और तीन बार सामान्य से ज्यादा दर्ज की गई है।
ये भी पढ़ें: Freebies Scheme in MP: फ्रीबीज के चक्कर में बुरी फंसी मध्य प्रदेश सरकार, लगातार बढ़ कर्ज का बोझ
ये भी पढ़ें: Shahdol News: शहडोल में हवा हुए प्रशासन के दावे, बच्चों से करवाई जा रही है मजदूरी