Holi Festival 2025: श्रीकृष्ण-सुदामा मैत्री स्थल पर 151 क्विंटल फूलों से खेली जाएगी होली, लकड़ी बीनते वक्त बारिश होने से नारायणा धाम में गुजारी थी रात

Holi Festival 2025: उज्जैन। जिले की महिदपुर तहसील में श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता का नारायणा धाम आज भी उस रात के साक्षी हैं। जब भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा यहां पर रात को रुके थे।
holi festival 2025  श्रीकृष्ण सुदामा मैत्री स्थल पर 151 क्विंटल फूलों से खेली जाएगी होली  लकड़ी बीनते वक्त बारिश होने से नारायणा धाम में गुजारी थी रात

Holi Festival 2025: उज्जैन। जिले की महिदपुर तहसील में श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता का नारायणा धाम आज भी उस रात के साक्षी हैं। जब भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा यहां पर रात को रुके थे। जिले से पश्चिम दिशा में 3 किलोमीटर की दूरी पर शिप्रा नदी के निकट स्थित स्वर्णगिरी मुखारविंद ग्राम चिरमिया से प्रतिमाह अनुसार इस माह भी 10 मार्च सोमवार एकादशी को भव्य श्री स्वर्णगिरी पर्वत की परिक्रमा निकलेगी। इसमें महिदपुर प्रखंड की दुर्गा वाहिनी मातृ शक्तियों एवं एवं श्रद्धालुओं द्वारा फूलों और रंगों से फाग खेला जाएगा।

नारायणा धाम में रुके थे भगवान

परिक्रमा एवं फाग उत्सव यात्रा सुबह 9 बजे स्वर्णगिरी धाम चिरमिया से स्वर्णगिरी महाराज का पूजन अभिषेक एवं महाआरती के बाद आरंभ होगी। यह वीर हनुमान मंदिर आक्याधांगा, श्री राम बालाजी धाम महू, श्रीकृष्ण-सुदामा धाम नारायणा होते हुए फिर से स्वर्णागिरी धाम पहुंचकर पूर्ण होगी। परिक्रमा और फाग यात्रा का मार्ग में जगह-जगह गांवों में स्वागत जलपान एवं अल्पाहार की व्यवस्था स्थानीय ग्रामीण जनों द्वारा की जाती है। संपूर्ण परिक्रमा में भागवत भूषण संत श्रीनारायण प्रसाद जी ओझा के साथ ढोल-नगाड़ों और डीजे की धुन पर थिरकते गाते फूल और गुलाल से होली खेलते श्रद्धालु झूमते हुए चलेंगे।

फूलों की एकादशी का है महत्व

फाल्गुन एकादशी को स्वर्णगिरी और पूर्णिमा को नारायणा धाम में फूलों की होली का विशेष महत्व है। मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण अपने मित्र सुदामा के साथ यहां लकड़ियां लेने के लिए आए थे। तब यहां पूरा वन क्षेत्र था। तब बादलों ने जल वर्षा कर और वृक्षों ने पुष्प वर्षा कर इनका स्वागत किया था। इसी पौराणिक प्रसंग को आधारशिला मानकर यहां फूलो की होली मनाने की परंपरा है। फूलों की होली की शुरुआत स्वर्णगिरी धाम से एकादशी को होती है। इसकी पूर्णता पूर्णिमा के तिथि को नारायणा धाम में होती है। इस बार नारायणा धाम में 13 मार्च गुरुवार को 151 क्विंटल फूलों से होली खेली जाएगी।

(उज्जैन से विश्वास शर्मा की रिपोर्ट)

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