Flyover Inauguration: एमपी में सबसे लंबे फ्लाई ओवर का उद्घाटन, अंबेडकर नाम रखकर कांग्रेस को तगड़ा जवाब
Flyover Inauguration: भोपाल। राजनीति में आए दिन कुछ ना कुछ होता ही रहता है। विपक्ष सवाल करता है तो सत्ताधारी पार्टी उसका जवाब भी अपने अंदाज में देती है। ऐसा ही कुछ प्रदेश में भी देखने को मिला। यहां कांग्रेस सत्ताधारी बीजेपी को आए दिन अंबेडकर को लेकर घेर रही थी। हालांकि, बीजेपी ने भी चौका लगाते हुए सबका मुंह बंद कर दिया। आइए जानते हैं कि बीजेपी ने ऐसा क्या किया?
चर्चा में फ्लाई ओवर का बदला नाम
भोपाल की जनता को ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने के लिए करीब 3 किलोमीटर लंबा फ्लाई ओवर जनता के लिए खोल दिया गया। इससे 5 मिनट में पौने तीन किलोमीटर की दूरी तय होगी और ट्रैफिक से भी मुक्ति मिलेगी। एमपी नगर के ट्रैफिक जाम से लोगों को निजात मिलेगी। भोपाल का सबसे लंबा फ्लाई ओवर अब जीजी फ्लाई ओवर नहीं बल्कि अंबेडकर फ्लाई ओवर के नाम से जाना जाएगा। सीएम मोहन यादव ने कहा कि ये एमपी में सबसे लंबा फ्लाई ओवर है। 2,734 मीटर लंबा फ्लाई ओवर गणेश मंदिर से शुरू होकर बोर्ड ऑफिस चौराहे के बाद दो भागों में बंटा। इसका नाम बदलकर अंबेडकर ब्रिज भी कर दिया। पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि ये एमपी का अब तक का सबसे लंबा फ्लाई ओवर है। नाम बदलकर बीजेपी ने कांग्रेस का अंबेडकर वाला मुद्दा ही खत्म कर दिया।
दो साल लेट हुआ ब्रिज
सीएम डॉ. मोहन ने ब्रिज का उद्घाटन किया। इनका काफिला मैदा मिल वाले आर्म से ब्रिज पर चढ़ा और डीबी मॉल के सामने से टर्न लेकर भोपाल हाट वाले आर्म पर उतरा। जिस दौरान सीएम खुली जीप में सवार थे। इस ब्रिज से एमपी नगर का 60 प्रतिशत ट्रैफिक कम हो जाएगा। पांच हजार गाड़ियां हर दिन गुजरेंगी। साथ ही 2.75 किमी दूरी तय करने में पांच मिनट का समय लगेगा। पहले सड़क मार्ग पर दो ट्रैफिक सिग्नल और चौराहों पर जाम की वजह से ये दूरी तय करने में 30 से 40 मिनट लग जाते थे। इस ब्रिज को दो साल में बनना था लेकिन यह दो साल लेट हो गया, जिसकी वजह कोरोना बताई गई।
दिसंबर 2020 में ओपनिंग की बात सामने आई। थर्ड आर्म नहीं बनने से ट्रैफिक शुरू नहीं हो सका था। 3 जनवरी को उद्घाटन होना था लेकिन पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन के चलते टाल दिया गया। इसकी लागत 121 करोड़ रूपए आई। सीएम ने फ्लाईओवर का नाम डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ब्रिज रखा। भोपाल में बावड़िया कला में 180 करोड़ से फ्लाईओवर बनेगा। भोपाल, रायसेन, विदिशा और सीहोर को जोड़कर राजधानी की बृहद योजना ला रहे हैं। एमपी में पुल, पुलिया और सड़कों के लिए गुजरात मॉडल लागू करेंगे।
(भोपाल से सरस्वती चंद्र की रिपोर्ट)
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