Indore News: हाई कोर्ट ने नाबालिग बेटी को दी अंगदान की अनुमति, प्रदेश में पहला मामला
Indore News: इंदौर से एक दिल छू लेने वाला मामला सामने आया है। एक बेटी अपने पिता की जान बचाने के लिए अंग दान करने जा रही है। इस बाबत इंदौर हाई कोर्ट (Indore High Court) में गुहार भी लगाई थी जिसे स्वीकार कर लिया गया है। पूरे मध्य प्रदेश में यह अपनी तरह का पहला ही मामला है। आइए पूरे मामले पर प्रकाश डालते हैं।
जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं बाथम
इंदौर निवासी शिवनारायण बाथम (Shivnarine Batham) छह साल से लीवर की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। उन्हें जीवित रहने के लिए लीवर प्रत्यारोपण की अतिशीघ्र आवश्यकता है। अगर उन्हें जल्द ही लीवर नहीं मिला तो उनके प्राण संकट में आ सकते हैं। बाथम की पांच बेटियां हैं जिनके पालन-पोषण की जिम्मेदारी उन्हीं पर है। बाथम की एक 17 वर्षीय बेटी उन्हें अपना लीवर देना चाहती है। फिलहाल बाथम शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। लंबे इलाज के चलते परिवार की आर्थिक स्थिति भी बुरी तरह से गड़बड़ा चुकी है।
कोर्ट ने जांच के बाद दी अनुमति
इस मामले में कानून पेंच फंसा हुआ था जिसके चलते नाबालिग किसी को लीवर दान नहीं दे सकता था। इस मामले में घर पर सहमति बनने के बाद पिता शिवनारायण ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की। इस मामले में अदालत ने उनकी पारिवारिक परिस्थिति को समझते हुए बेटी के मेडिकल चेकअप की बात कही।
अदालत के आदेश पर राज्य सरकार की ओर से गठित मेडिकल बोर्ड ने नाबालिग का स्वास्थ्य परीक्षण किया। जांच में बेटी पूरी तरह से स्वस्थ पाई गई जिसके बाद कोर्ट ने अंगदान की अनुमति दे दी। यहां ध्यान देने वाली बात यह भी है कि इससे पूर्व राज्य सरकार ने भी इस बेटी को अपने पिता को अंगदान की अनुमति दे दी थी।
एमपी फर्स्ट के लिए इंदौर से संदीप मिश्रा की रिपोर्ट
यह भी पढ़ें:
Amarwara By-Election: कमलेश शाह ने क्यों छोड़ी कांग्रेस, पीएचई मंत्री संपतिया उइके ने बताई अहम वजह
MP Weather Update: इन जिलों में भारी बारिश की संभावना, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट