कचरा परिवहन में जबलपुर नगर निगम के भ्रष्ट अधिकारियों ने किया घोटाला, तत्कालीन स्वास्थ्य अधिकारी सहित 3 के खिलाफ FIR
Jabalpur Garbage Transportation Scam जबलपुर: घोटालों और आर्थिक अनियमितताओं का गढ़ बन चुके जबलपुर नगर निगम (Jabalpur Municipal Corporation) में एक और घोटाला सामने आया है। घोटाला सफाई और कचरा परिवहन में किया गया, जिस पर ईओडब्लयू (EOW) ने भ्रष्ट अधिकारियों ने एफआईआर दर्ज की है। हालांकि ये घोटाला साल 2014 में तत्कालीन स्वास्थ्य अधिकारी और सहायक स्वास्थ्य अधिकारी ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस, सफाई कामगार सहकारी समिति के अध्यक्ष के साथ मिलकर किया, जिसमें फर्जी कूटरचित बिल के जरिए नगर निगम को लाखों रूपयें का चूना लगाया गया।
फर्जी हस्ताक्षर से लाखों का कचरा घोटाला
जबलपुर नगर निगम में घोटाले की शिकायत भान तलैया जोन नंबर 8 में पदस्थ मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक के. के. दुबे द्वारा की गई थी। दरअसल के. के. दुबे ने जब पूर्ववर्ती इंचार्ज आर. पी. गुप्ता से चार्ज लिया तो सफाई कर्मचारियों की रिकॉर्ड में दर्ज (Jabalpur Garbage Transportation Scam) संख्या और काम के दौरान उनकी मौजूदगी में काफी अंतर पाया। मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक (सीएसआई) दुबे ने रिकॉर्ड खंगाले तो पता चला कि सफाई के काम में कर्मचारी कम है और ठेकेदार को ज्यादा बिल का भुगतान दिया जा रहा है।
कचरा परिवहन में घोटाला
तत्कालीन स्वास्थ्य अधिकारी विनोद श्रीवास्तव और सहायक स्वास्थ्य अधिकारी अनिल जैन ने (Jabalpur Municipal Corporation scam) हेमंत करसा, अध्यक्ष, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, सफाई कामगार सहकारी समिति के साथ मिलकर कूटरचित दस्तावेज तैयार करके 13 लाख 17 हजार के बिल भुगतान की नोटशीट भ्रामक जानकारी देकर बिल भुगतान के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी है। जबकि, तत्कालीन सीएसआई ने जांच में वास्तव में भुगतान के लिए योग्य राशि 6 लाख 4 हजार रुपए पाया, लिहाजा उन्होंने उक्त राशि का संशोधित बिल बनाकर नोटशीट संभाग कार्यालय में भेजी थी। नगर निगम के इन अधिकारियों ने के. के. दुबे के फर्जी हस्ताक्षर युक्त एक और नोटशीट बनाकर ठेकेदार पुष्पेंद्र यादव को 8 लाख 20 हजार रुपए का अतिरिक्त भुगतान करवा दिया।
भ्रष्ट अधिकारियों के रिटायर्ड होने पर EOW में शिकायत
सीएसआई के. के. दुबे ने तत्कालीन कमिश्नर वेद प्रकाश से शिकायत की, जिसे गंभीर मानते हुए कमिश्नर ने विनोद श्रीवास्तव को स्वास्थ्य अधिकारी के पद से हटाकर स्थापना शाखा में प्रधान लिपिक पदस्थ करने के आदेश जारी किए। जबकि, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी अनिल जैन को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। कमिश्नर वेदप्रकाश के रिटायर्ड होने के साथ ही यह फाइल नगर निगम में ठंडे बस्ते में चली गई और तत्कालीन स्वास्थ्य अधिकारी विनोद श्रीवास्तव और जून 2023 में अनिल जैन रिटायर्ड हो गए। इस मामले में सीएसआई के. के. दुबे ने कचरा घोटाले की शिकायत 2018 में EOW भोपाल और लोकायुक्त भोपाल कार्यालय में की, जिसके बाद जांच में शुरू की गई।
आरोपियों को EOW जल्द करेगी गिरफ्तारी
डीएसपी ईओडब्लू मंजीत सिंह नगर निगम में 2014 में हुए कचरा घोटाले की जांच (Scam in Jabalpur Municipal Corporation) करते हुए 16 मार्च 2025 को तत्कालीन स्वास्थ्य अधिकारी विनोद श्रीवास्तव, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी अनिल जैन, हेमंत करसा, अध्यक्ष, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, सफाई कामगार सहकारी समिति के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 120 बी एवं धारा 7 के तहत भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित अधिनियम) 2018 का अपराध दर्ज किया है। डीएसपी मंजीत सिंह का कहना है कि इस मामले में जल्द ही EOW आरोपियों को गिरफ्तार करेगी।
(जबलपुर से डाॅ. सुरेन्द्र कुमार कुशवाहा की रिपोर्ट)
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