Khajuraho New Year Celebration: पर्यटकों ने खजुराहो में मनाया नया साल, केवल मंदिर देखने पहुंच गए 11000 सैलानी
Khajuraho New Year Celebration: खजुराहो। नए साल पर मध्य प्रदेश की पर्यटन नगरी खजुराहो गुलजार रही। नए वर्ष का पहला दिन खजुराहो में बिताने के लिए देश-विदेश के हजारों सैलानी पहुंचे। खजुराहो के अकेले पश्चिमी मंदिर समूह में ही 11 हजार पर्यटक पहुंचे। पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष खजुराहो में अधिक पर्यटक पहुंचे हैं। मंदिर समूह के अलावा खजुराहो के आसपास मौजूद पर्यटन स्थल जैसे कुटने डेम, रनेह वॉटरफॉल, पांडव फॉल और खजुराहो के अन्य स्मारकों में भी पर्यटकों की आज भीड़ देखी जा रही हैं।
कामुक प्रतिमाओं के लिए प्रसिद्ध हैं खजुराहो के मंदिर
खजुराहो में बढ़ती भीड़ और ट्रैफिक को देखते हुए पुलिस ने मार्गों पर यातायात को डायवर्ट किया है और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले से एक्स्ट्रा पुलिस बल बुलाकर खजुराहो में लगाया गया है। खजुराहो के मंदिर दुनियाभर में पर्यटकों के बीच कामुक मूर्तियों के लिए जाना जाता है। यहां की नक्काशी और खूबसूरत मूर्तिकला (Khajuraho New Year Celebration) देखकर पर्यटक मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। इस मंदिर की दीवारों पर बनी 10 प्रतिशत नक्काशीदार प्रतिमाएं ऐसी हैं, जो यौन गतिविधियों को दर्शाती हैं। जबकि शेष 90 प्रतिशत प्रतिमाएं उस वक्त यहां के लोगों के जीवन को प्रदर्शित करती है।
अंग्रेज अधिकारी ने अनजाने में की थी मंदिरों की खोज
आपको बता दें कि खजुराहो UNESCO की विश्व धरोहर सूची में भी शामिल है। कहा जाता है कि खजुराहो के मंदिर (Khajuraho New Year Celebration) एक हजार वर्ष से भी अधिक पुराने हैं। वर्ष 1838 में कैप्टन टी.एस. बर्ट, जो एक ब्रिटिश अधिकारी थे, गलती से अज्ञात मार्ग पर चले गये थे। तब उन्होंने ही यहां छिपे मंदिरों से दुनिया का परिचय करवाया था। खजुराहो में 12वीं शताब्दी तक लगभग 85 मंदिर थे, लेकिन 13वीं शताब्दी में इनमें से काफी मंदिरों को नष्ट कर दिया गया था। वर्तमान में खजुराहो में मात्र 22 मंदिर ही बचे हुए हैं।
यह भी पढ़ें:
Happy New Year 2025: नए साल पर CM मोहन यादव ने प्रदेश की जनता से की ये अपील, जानें किसने क्या कहा?
Happy New Year 2025: नए वर्ष की शुभकामनाओं सहित पूरी दुनिया में हुआ सेलिब्रेशन, जानें रोचक बातें