Ujjain Mahakal Mandir: बेटी की शादी के बाद पहली बार महाकाल मंदिर में पहुंचे कुमार विश्वास, बाबा से मांगा ये आशीर्वाद
Kumar Vishwas In Ujjain उज्जैन: मध्य प्रदेश की धार्मिक, आध्यात्मिक नगरी उज्जैन में स्थित बाबा महाकाल मंदिर में देश-विदेश से श्रद्धालु दर्शन करने आते रहते हैं, जिनमें कई प्रसिद्ध हस्तियां भी शामिल होती हैं। फिल्मी सितारे, राजनेता, क्रिकेटर, गीतकार, कवि, लेखक और अन्य क्षेत्रों के दिग्गज समय-समय पर महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए उज्जैन आते हैं। आज (सोमवार, 17 मार्च) इसी कड़ी में हिन्दी के प्रसिद्ध कवि और प्रसिद्ध वक्ता डॉ. कुमार विश्वास उज्जैन प्रवास पर रहे। उज्जैन में श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मन्दिर पहुंचे और श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन-पूजन किए और भगवान शिव का आशीर्वाद लिया।
#Ujjain : बेटी की शादी के बाद बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने पहुंचे कुमार विश्वास
प्रसिद्ध कवि और वक्ता डॉ. कुमार विश्वास आज उज्जैन में श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मन्दिर पहुंचे और श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन-पूजन किए और बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया।@DrKumarVishwas… pic.twitter.com/Nf9cknb35V— MP First (@MPfirstofficial) March 17, 2025
बेटी की शादी के बाद बाबा महाकाल के दरबार पहुंचे कुमार विश्वास
बता दें कि बेटी की शादी के बाद पहली बार सोमवार के दिन बाबा महाकाल के दरबार में पहुंचे कुमार विश्वास श्रद्धाभाव से पूजन-अभिषेक करते नजर आए। उज्जैन पहुंचे कुमार विश्वास बाबा महाकाल की भक्ति में लीन नजर आए। बता दें कि, श्री महाकालेश्वर मंदिर जो बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। शिव भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। यह वजह है कि बाबा महाकाल के दर्शन के लिए शिवरात्रि, महाशिवरात्रि और सावन का पावन माह ही नहीं बल्कि प्रत्येक दिन श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है।
कुमार विश्वास से बाबा से मांगा ये आशीर्वाद!
बाबा महाकाल के पूजा-अभिषेक के बाद कुमार विश्वास ने कहा, "बाबा की हमारे पूरे वंश पर हमेशा से कृपा (Kumar Vishwas In Ujjain) रही है। बाबा से भला क्या मांग सकते हैं वो तो अपने भक्तों को अच्छी तरह से जानते हैं, किसे क्या चाहिए। बाबा महाकाल हमेशा अपना आशीर्वाद बनाए रखें। मेरे पूरे परिवार पर शताब्दियों से बाबा महाकाल की विशेष कृपा रही है। जो कुछ भी उनका ही दिया हुआ है। यही वजह है कि बाबा का आशीर्वाद प्राप्त करने आए हैं। बीच-बीच में जब भी समय मिलता है और बाबा संयोग दिलाते हैं तो मैं यहां आकर उनके चरणों में शीश नवाने आ जाता हूं। बच्चे प्रवास पर हैं, वापस आते ही वो भी बाबा के चरणों में शीश नवाने आएंगे।"
(उज्जैन से संजय पाटीदार की रिपोर्ट)
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