Maggi Noodles Insects: युवक ने मैगी को बर्तन में डाला तो तैरने लगे जिंदा कीड़े, फूड सेफ्टी ऑफिसर लेंगे सेंपल
Maggi Noodles Moving Insects: जबलपुर। जबलपुर में एक कस्टमर ने दावा किया कि उसके मैगी में जिंदा कीड़े निकले। नूडल्स की पैकेजिंग तारीख मई 2024 और एक्सपायरी डेट जनवरी 2025 थी। कस्टमर ने इसकी कंप्लेन राष्ट्रीय उपभोक्ता फोरम में की है। उसने बताया कि जब उसने नूडल्स को पानी में डाला तो कीड़े उसमें तैरने लगे। बता दें कि मैगी पर साल 2015 में बैन लगा था जिसे बाद में हटा दिया गया था। मैगी फूड सेफ्टी को लेकर कई बार परेशानियों में घिरी रही है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, कटंगी के अंकित सेंगर ने तीन दिन पहले पारस पतंजलि की दुकान से मैगी नूडल्स खरीदे थे। जब उन्होंने इसे बनाने के लिए पानी में डाला तो उसमें से जिंदा कीड़े निकले और वह पानी में तैरने लगे। अंकित वापिस दुकान पर पहुंचे और शिकायत की तो दुकानदार ने भी कह दिया कि यह कंपनी का प्रोडक्ट है और पल्ला झाड़ लिया। इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत कंज्यूमर फोरम में की।
कंज्यूमर फोरम करेगी जांच
दुकानदार की सलाह पर अंकित सेंगर ने रविवार शाम 6 बजकर 30 मिनट पर कंज्यूमर फोरम में 1800114000 नंबर पर कॉल किया। उन्होंने शिकायत दर्ज कराते पूरे मामले को बताया। इसके बाद फोरम की ओर से कहा गया कि मंगलवार को उनके घर पर फूड सेफ्टी ऑफिसर आएंगे और मैगी के नमूने लेंगे। इसके अलावा नेस्ले कंपनी की टीम भी उनसे कॉन्टेक्ट करेगी।
मैगी पर साल 2015 में लगा था प्रतिबंध
मैगी में कीड़े या अनियमिता का ये कोई पहला मामला नहीं है। जून 2015 में भी मैगी नूडल्स में तय मानक से ज्यादा केमिकल के आरोपों के चलते सुर्खियों में आई थी। जिस पर लैब में जांच के बाद मैगी पर पूरे देशभर में 6 माह तक प्रतिबंध लगाया गया था। प्रतिबंध के दौरान मैगी कंपनी को 38 हजार टन मैगी नूडल्स बाजार से वापस मंगाकर नष्ट करना पड़ा था। नवंबर 2015 में प्रतिबंध में ढील मिलने के बाद मैगी नूडल्स की बिक्री दोबारा शुरू हुई है।