Mahakal Mahashivratri Festival: श्री महाकालेश्वर आज से अलग-अलग रूपों में श्रद्धालुओ को देंगे दर्शन, सफाई का कार्य लगभग पूर्ण

Mahakal Mahashivratri Festival: उज्जैन। विश्वप्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिवरात्रि उत्सव का प्रारंभ 17 फरवरी 2025 से हो रहा है। नौ दिवस भगवान शिव की उपासना, तपस्या एवं साधना के लिए शिवनवरात्रि महापर्व मनाया जाता है। प्रतिवर्ष होने वाले शिवनवरात्रि...
mahakal mahashivratri festival  श्री महाकालेश्वर आज से अलग अलग रूपों में श्रद्धालुओ को देंगे दर्शन  सफाई का कार्य लगभग पूर्ण

Mahakal Mahashivratri Festival: उज्जैन। विश्वप्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिवरात्रि उत्सव का प्रारंभ 17 फरवरी 2025 से हो रहा है। नौ दिवस भगवान शिव की उपासना, तपस्या एवं साधना के लिए शिवनवरात्रि महापर्व मनाया जाता है। प्रतिवर्ष होने वाले शिवनवरात्रि महोत्सव 2025 में नौ दिनों तक प्रतिदिन भगवान श्री महाकालेश्वर जी अपने भक्तों को अलग-अलग स्वरूपों में दर्शन देकर उनकी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं।

भक्त श्री महाकालेश्वर भगवान के इन स्वरूपों के दर्शन प्रतिवर्ष श्रावण-भाद्रपद माह में श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारियों में भगवान के नगर भ्रमण के दौरान भी करते है व दर्शन का पुण्य लाभ प्राप्त करते है |

10 दिवसीय शिव नवरात्रि उत्सव मनाया जायेगा 

महाशिवरात्रि महापर्व 2025 की तैयारियां श्री महाकालेश्‍वर मंदिर में लगभग पूर्णता की ओर हैं। श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में स्थित मंदिरों एवं शिखरों की रंगाई पुताई से श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर व श्री गर्भगृह चमकने लगा है। मन्दिर परिसर स्थित कोटितीर्थ कुण्ड व आसपास की सफाई भी लगभग पूर्ण हो गई है। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एवं श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति प्रशासक श्री प्रथम कौशिक लगातार मंदिर में महाशिवरात्रि महापर्व के संबंध में विविध प्रकार की तैयारियों का जायजा लेकर स्‍वयं निरीक्षण कर रहे हैं।

Mahakal Mahashivratri Festival

लाखों भक्तों का मेला

महाशिवरात्रि महापर्व पर सम्पूर्ण भारतवर्ष से लाखों भक्‍त भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन के लिए उज्‍जैन आएंगे। फाल्गुन कृष्ण पंचमी सोमवार 17 फरवरी से शिव नवरात्रि उत्सव प्रारम्भ होगा और महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी बुधवार 26 फरवरी 2025 को मनाया जाएगा। महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के प्रशासक श्री प्रथम कौशिक ने जानकारी देते हुए बताया कि महाशिवरात्रि पर्व के नौ दिन पूर्व 17 फरवरी 2025 से शिव नवरात्रि पर्व श्री महाकालेश्वर मन्दिर में मनाया जाएगा। इस दौरान भगवान श्री महाकालेश्वर जी और श्री कोटेश्वर महादेव भगवान का नित्य विशेष अभिषेक और पूजन किया जाएगा।

पूजन के बाद होगा श्रंगार

भगवान महाकालेश्वर जी को हल्दी-चन्दन का उपटन लगाया जाएगा। कोटेश्वर महादेव के पूजन एवं आरती के पश्चात भगवान महाकालेश्वर का पूजन-अभिषेक प्रारम्भ होगा। श्री महाकालेश्वर भगवान का पूजन 11 ब्राह्मणों द्वारा एकादश रूद्राभिषेक से सम्पूर्ण शिव नवरात्रि के दौरान किया जाएगा। इसके बाद भोग आरती होगी। अपराह्न 3 बजे से भगवान महाकालेश्वर के सांध्य पूजन के पश्चात श्रृंगार किया जाएगा। यह क्रम 17 फरवरी के 25 फरवरी शिव नवरात्रि तक नौ दिनों तक नित्य चलेगा।

Mahakal Mahashivratri Festival

पंच मुखारविंद के दर्शन होंगे

26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। महाशिवरात्रि पर्व पर सम्पूर्ण दिवस सतत जल धारा से श्री महाकालेश्वर भगवान का अभिषेक होगा व सम्पूर्ण रात्रि श्री महाकालेश्वर भगवान का विशेष पूजन-अभिषेक होगा। फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी गुरुवार 27 फरवरी को महाशिवरात्रि के दूसरे दिन प्रातः भगवान के सप्तधान श्रृंगार व सवामन पुष्प मुकुट (सेहरा) दर्शन होंगे व सेहरा आरती की जाएगी। वर्ष में एक बार दोपहर 12:00 बजे होने वाली भगवान श्री महाकालेश्वर जी की भस्म आरती होगी।

इस दौरान श्री महाकालेश्वर भगवान के पट लगभग 44 घंटे खुले रहेंगे। 01 मार्च सोमवार को सायं पूजन से शयन आरती तक भगवान श्री महाकालेश्वर के पञ्च मुखारविन्द के दर्शन होगे। इसके साथ श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि उत्सव का समापन होगा।

(उज्जैन से विश्वास शर्मा की रिपोर्ट)

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