Mahashivratri 2025: भगवान महाकाल का 5वे दिन छबिना स्वरुप में हुआ श्रृंगार, अद्भुत है भोले का नजारा
Mahashivratri 2025: उज्जैन। बाबा महाकाल के दरबार में इन दिनों महाशिवरात्रि पर्व के चलते विभिन्न धार्मिक आयोजन हो रहे हैं। नौ दिनों तक भोलेनाथ का अलग-अलग स्वरूपों से श्रृंगार किया जा रहा है। आप भी उनके दर्शन कर अपनी मनोकामना कर सकते हैं। बता दें कि देश में स्थित 12 ज्योतिर्लिंगों में से उज्जैन का महाकाल ज्योतिर्लिंग एकमात्र ऐसा है, जहां शिवनवरात्रि पर्व मनाया जाता है।
नौ दिनों तक विभिन्न श्रंगार
इन पूरे नौ दिनों में बाबा महाकाल का अलग-अलग स्वरूपों में श्रृंगार कर विवाह की रस्में पूरी की जाती हैं। इसी के चलते आज शिव नवरात्रि पर्व के पांचवें दिन अपराह्न में संध्याकाल पूजन के बाद बाबा महाकाल को चंदन का उबटन लगाकर जलाधारी में हल्दी अर्पित की गई। तत्पश्चात पंचामृत अभिषेक कर नवीन वस्त्र धारण कराकर छबिना स्वरूप में सजाया गया। इस अद्भुत श्रृं
गार के हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। पंडित आशीष पुजारी ने बताया कि आज के दिन बाबा महाकाल के छबिना स्वरूप में दर्शन करने के लिए श्रद्धालु पूरे साल भर बेसब्री से इंतजार करते हैं।
व्यवस्था चाक-चौबंद
शिव नवरात्रि पर्व के चलते बाबा महाकाल के दर्शन हेतु देश भर से श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला अनवरत जारी है। शिव नवरात्रि महोत्सव को लेकर प्रशासन भी अपनी व्यवस्थाओं को लेकर संजीदा हैं और चाक चौबंद व्यवस्था के लिए संकल्पबद्ध भी है। इसी तारतम्य में महाकाल मंदिर प्रशासक श्री प्रथम कौशिक ने कल शनिवार को शिव नवरात्रि महोत्सव की तैयारियों को लेकर त्रिवेणी संग्रहालय हॉल में एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया है।
शिव नवरात्रि महोत्सव को लेकर शहर में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के मद्दे नजर उनकी सुरक्षा व्यवस्था (Mahashivratri 2025) एवं शहर की ट्रैफिक व्यवस्था, बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए वाहनपार्किंग की व्यवस्था के बारे में और दर्शन व्यवस्था सुचारु रूप से हो इन पर भी चर्चा की जाएगी।
(उज्जैन से विश्वास शर्मा की रिपोर्ट)
यह भी पढ़ें: Vijaya Ekadashi 2025: इस दिन रखा जाएगा विजया एकादशी व्रत, जानें क्यों मनाया जाता है यह पर्व
यह भी पढ़ें: Holika Dahan 2025: इस दिन है होलिका दहन? भद्रा का हो साया तो कैसे मनाएं ये दिन