Money Laundering Case: सौरभ शर्मा के खिलाफ जारी हुआ लुकआउट नोटिस, ईडी ने सौरभ-चेतन पर मनी लॉड्रिंग का केस

Money Laundering Case: भोपाल। जिले के तीन बिल्डर समूहों के 55 ठिकानों पर आयकर छापे की कार्रवाई सोमवार को खत्म हो गई।
money laundering case  सौरभ शर्मा के खिलाफ जारी हुआ लुकआउट नोटिस  ईडी ने सौरभ चेतन पर मनी लॉड्रिंग का केस

Money Laundering Case: भोपाल। जिले के तीन बिल्डर समूहों के 55 ठिकानों पर आयकर छापे की कार्रवाई सोमवार को खत्म हो गई। 52 किलो सोना और 11 करोड़ नकदी के मामले में आयकर अब सौरभ शर्मा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करेगा। इस मामले की छानबीन के लिए ईडी ने सौरभ शर्मा और चेतन गौर पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है।

आयकर को जो दस्तावेज मिले हैं, उनसे चौंकाने वाले खुलासे हुए। पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, उनकी पत्नी हरकीरत सिंह के नाम पर भी महंगी प्रॉपर्टी खरीदी के साक्ष्य हैं। नेता, बिल्डर्स और अफसरों द्वारा रातीबड़, नीलबड़, बीलखेड़ा, बिशनखेड़ी में सैकड़ों करोड़ के काला धन खपाने की जानकारी मिली।

हॉर्स एकेडमी के पास बैंस दंपति ने खरीदी जमीन:

आईटी छापे में पूर्व मुख्य सचिव बैंस और उनकी पत्नी के नाम पर बिशनखेड़ी हॉर्स एकेडमी के पास प्राइम लोकेशन की जमीन खरीदी की डिटेल मिली। दोनों के नाम पर 4-5 एकड़ जमीन है। इधर, जब्त दस्तावेजों की स्क्रूटनी शुरू हो गई है। ईडी ने भी अपने स्तर पर प्रारंभिक जांच शुरू की। आईटी की छानबीन में यह भी पता चला है कि फिल्म जगत के लोगों ने भी जमीनों में पैसा लगाया है। सोना, करोड़ों कैश के साथ जब्त कार के मालिक चेतन गौर ने पूछताछ में सौरभ शर्मा के ढेरों राज उगले हैं। इसी के बाद आयकर अब सौरभ को पकड़ने लुकआउट नोटिस जारी करा रहा है।

पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह ने नहीं दी प्रतिक्रिया

आयकर की छानबीन में मिले प्रॉपर्टी खरीद संबंधी में पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस व उनकी पत्नी के नाम का जिक्र आने पर जब इकबाल सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ भी प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया। छापे के दायरे में आए रूपम सेवानी के बाद आयकर ने कुनाल एवं अन्य अग्रवाल बंधुओं पर भी प्रकरण दर्ज करने की तैयारी की। सौरभ शर्मा के जिन रिश्तेदारों के नाम रेस्टोरेंट और प्रॉपर्टी में सामने आईं उनको पूछताछ के लिए आयकर विभाग समन भेजने की तैयारी में है।

आयकर विभाग में सोमवार को कुछ लोगों को पूछताछ के लिए तलब किया गया था। इनमें एक बिल्डर अपने सीज हुए बैंक खातों को रिलीज करने के लिए गिड़गिड़ाता रहा। ज्यादातर नेताओं, बिल्डर्स, ब्यूरोक्रेट्स ने जिन क्षेत्रों में भारी-भरकम निवेश किया है, उनमें रातीबड़, नीलबड़, बिशनखेड़ी और बीलखेड़ा, मेंडोरा, मेंडोरी और चंदनपुरा शामिल हैं।

गोयनका का 50 करोड़

रायपुर के खनन कारोबारी महेंद्र गोयनका ने भी चंदनपुरा व अन्य क्षेत्रों में निवेश के लिए करीब 50 करोड़ रुपए कैश में दिए। ग्वालियर में सिकरवार के ठिकानों से भी जमीनों में निवेश के ढेरों दस्तावेज मिले। स्टांप ड्यूटी की चोरी की गई। जमीनों की इस खरीद-फरोख्त में करोड़ों रुपए के स्टांप ड्यूटी की भारी-भरकम चोरी भी सामने आई। गाइडलाइन का उल्लंघन भी मिला।

कंस्ट्रक्शन के मालिक राजेश शर्मा की पत्नी के नाम सेंट्रल पार्क में 7-8 प्लॉट खरीदे जाने का ब्यौरा है। सौरभ शर्मा और शरद जायसवाल के ठिकानों पर कमीशन और रिश्वत संबंधी लेनदेन के दस्तावेज सामने आए। आयकर को सौरभ शर्मा और शरद जायसवाल के परिजनों के नाम पर भोपाल के चूना भट्टी में रेस्टोरेंट मिला है। फिलहाल, आगे की कार्रवाई जारी है।

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