MP Ajab Gajab News: मध्य प्रदेश का ऐसा एक गांव, जहां मौत के बाद भी नसीब नहीं होती दो गज जमीन
MP Ajab Gajab News: छिंदवाड़ा। आज के जमाने में सब देश में विकास की बातें हो रही हैं तब भी देश के कुछ हिस्से इतने पिछड़े हुए हैं कि विश्वास ही नहीं हो पाता है। ऐसी ही एक घटना छिंदवाड़ा के जमकुंडा पंचायत क्षेत्र में सामने आई है जहां ग्रामीणों को तिरपाल लगाकर अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है। सबसे बड़ी बात, इससे पहले भी मध्य प्रदेश में कई अन्य जगहों से इसी तरह तिरपाल लगाकर अंतिम संस्कार करने की खबरें आ चुकी हैं।
खुले जंगल में करना पड़ा अंतिम संस्कार
हाल ही जमकुंडा गांव में रहने वाले एक व्यक्ति की बीमारी के चलते मृत्यु हो गई थी। गांव में लोगों का अंतिम संस्कार करने के लिए श्मशान घाट तक नहीं है। ऐसे में ग्रामीणों को खुले में ही शव का दाह संस्कार करवाना पड़ा। जंगल में ही उस व्यक्ति का क्रियाकर्म किया गया।
बारिश की वजह से लगाना पड़ा तिरपाल
घटना के बारे में जानकारी देते हुए स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि जमकुंडा गांव में रहने वाले जुन्नारदेव की हाल ही बीमारी की वजह से मृत्यु हो गई थी। गांव में श्मशान घाट नहीं होने के काऱण जंगल में उसका अंतिम संस्कार किया गया। परन्तु इस दौरान बारिश आ जाने की वजह से अव्यवस्था हो गई। ऐसे में ग्रामीणों ने बारिश से बचने और आग जलाने के लिए तिरपाल लगाकर जंगल में व्यवस्था की ताकि बारिश की वजह से आग न बुझ सके। इसके बाद मृतक की 5 वर्षीय मासूम बेटी ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी।
1200 की आबादी है फिर भी श्मशान घाट नहीं
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में 1200 से अधिक की आबादी रहती है। फिर भी यहां श्मशान घाट नहीं है। इस संबंध में कई बार प्रशासन से भी गुहार लगाई गई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला और श्मशान घाट नहीं बन पाया। इस वजह से खुले में ही सारी व्यवस्था करनी पड़ती है जो बारिश के समय में काफी कठिन और तकलीफदेह हो जाती है।
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